Ramcharit Manas Remarks Row: मंत्री गिरिराज का बयान, ‘क़ुरान को लेकर कोई कुछ नहीं बोलता क्योंकि…’

गुलाम रसूल के बयान की आलोचना

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पटना (बिहार): भगवान राम पर टिप्पणी और बिहार के मंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस पर दिये गये बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है।

मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को पटना में कहा, जैसे भगवत् गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है वैसे ही कुरान मुस्लिमों का पवित्र ग्रंथ है। कुरान को लेकर कोई कुछ नहीं बोलता क्योंकि सर तन से जुदा कर दिया जाता है। हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ के खिलाफ बोलना आज के समय में फैशन बन गया है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा था कि तुलसीदास की रामचरितमानस ने ‘सामाजिक भेदभाव और समाज में नफरत फैलाने’ को बढ़ावा दिया है।

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उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस का विरोध इसलिए किया गया क्योंकि इसमें कहा गया था कि शिक्षित होने पर समाज का निचला वर्ग जहरीला हो जाता है।

रामचरितमानस, मनुस्मृति और एमएस गोलवलकर की बंच ऑफ थॉट्स जैसी किताबों ने सामाजिक विभाजन पैदा किया।

इससे पहले मंत्री गिरिराज ने जदयू एमएलसी गुलाम रसूल बलयावी के बयान पर भी तीखा हमला बोला था।

रसूल ने कहा था कि अगर पैगंबर मुहम्मद की ओर कोई उंगली उठाई गई तो मुसलमान हर शहर को कर्बला बना देंग। उन्होंने कहा कि मुसलमान संकोच नहीं करेंगे क्योंकि उनकी जिंदगी और सांसें उनकी नहीं बल्कि पैगंबर के लिए हैं।

गुलाम रसूल के इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए गिरिराज ने आरोप लगाया था कि जेडीयू नेता पर इस तरह के बयान देकर देश के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगड़ेगा।

उन्होंने कहा था कि, टुकड़े टुकड़े गैंग के नेता रामायण को गाली देकर हिंदुओं का अपमान करते हैं, लेकिन कुरान पर कोई टिप्पणी करने की हिम्मत नहीं है।

नीतीश कुमार एक असहाय मुख्यमंत्री हैं, जो धृतराष्ट्र की तरह यह सब देख रहे हैं और स्थिति को बिगड़ने दे रहे हैं।