भर्ती भ्रष्टाचार मामला : अज्ञात लोगों की तलाश में CBI ने दर्ज की FIR

कहां गये भ्रष्टाचार के रुपये !

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कोलकाता। भर्ती भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने एक और एफआईआर दर्ज की है। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने भर्ती भ्रष्टाचार के ‘अज्ञात’ लोगों की तलाश में नई प्राथमिकी दर्ज की।

भ्रष्टाचार के रुपये कहां से आये और कहां गये, इसका पता लगाने के लिए सीबीआई ने नई एफआईआर दर्ज की है। हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने इस संबंध में सीबीआई को निर्देश दिया था।

बता दें, साल 2020 में नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट में एक रिट याचिका दाखिल की गई थी। उसके बाद न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने जांच के आदेश दिए थे।

कोर्ट में यह सवाल किये गये थे कि एस रॉय जैसे निजी संगठनों के हाथ में भर्ती की सूचनाएं कैसे पहुंचीं थीं। उस जानकारी में कई गड़बड़ी के आरोप हैं। इन सभी मुद्दों के सामने आते ही कोर्ट ने इस मामले में नए सिरे से जांच शुरू करने के

आदेश दिये थे। उसके बाद 18 मार्च को नई एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई। इस भ्रष्टाचार में कौन शामिल है? यह जांच के बाद ही पता चलेगा। नए इन्फ्लुएंसर की नियुक्ति भ्रष्टाचार से जुड़ी है या नहीं यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।

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न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने 2 मार्च को इस संबंध में सीबीआई को निर्देश दिया था। उन्होंने कहा कि 2014 की टेट उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन करने का दायित्व एस. बसु रॉय एंड कंपनी को मिला था। उनके द्वारा देखी गई उत्तरपुस्तिका में अधिक अंक लाकर योग्य को वंचित करने और अयोग्य को नौकरी देने के आरोप हैं।

उल्लेखनीय है कि बंगाल में भर्ती में भ्रष्टाचार के आरोपों से राज्य के दिग्गज नेताओं और मंत्रियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, माणिक भट्टाचार्य, कुंतल घोष, शांतनु बनर्जी जैसे कई लोग अब केंद्रीय खुफिया एजेंसी की हिरासत में हैं। इनसे पूछताछ में और भी कई प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आए हैं। केंद्र के जांच अधिकारी सबूत जुटाने के बाद उनके घरों और दफ्तरों की तलाशी ले रहे हैं।

वहीं, ईडी भर्ती में अवैध वित्तीय लेन-देन की भी जांच कर रहा है। इसी तरह ईडी ने बालागढ़ तृणमूल नेता शांतनु बनर्जी के करीबी कारोबारी अयन शील को सोमवार तड़के गिरफ्तार किया है।

आरोप है कि अयन शील के घर से काफी दस्तावेज मिले हैं जिनमें पहली बार कोलकाता नगरनिगम में अवैध रूप से नियुक्ति के भी दस्तावेज मिले हैं। उसके घर से ईडी के अधिकारियों ने ओएमआर शीट भी जब्त किये हैं।