मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर मौद्रिक नीति की समीक्षा की जैसी उम्मीद थी सरकार ने एक बार फिर रेपो रेट को बढ़ा दिया गया है। 8 फरवरी 2023 हुई मौद्रिक नीति में रेपो दर में 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि कर दी गई है। इस तरह से पिछले वर्ष मई यानी साल 2022 के पांचवे महीने से अब तक रेपो रेट में 2.10 की बढ़ोतरी दर्ज हो चुकी है। मई 2022 में जहां रेपो रेट 4.40 फीसद था, वहीं करीब 10 महीने बाद आज यानी फरवरी 2023 में यह बढ़कर 6.50 फीसद पर पहुंच गया है।
रेपो रेट में 0.25% की बढ़ोतरी हुई, 0.25% बढ़ाकर 6.50 % हुआ: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, मुंबई pic.twitter.com/5Xd3DKI7kR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 8, 2023
EMI बढ़ने से सीधा-सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है। हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां होम लोन की व्याज दरों में इजाफा कर सकती हैं। बैंक भी आपकी ब्याज दर बढ़ा सकते हैं। इस बार कुल 25 बीपीएस की वृद्धि की गई है, जिसका मतलब है कि होम लोन पर मौजूदा ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाएगी।
RBI proposes UPI payments facility for inbound travellers
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गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 1 फरवरी को बजट पेश करने के बाद MPC की यह पहली बैठक है। ब्याज दरों पर फैसले के लिए 6 फरवरी से मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग चल रही थी। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आज बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्याज दरों से जुड़ी घोषणा की। इससे पहले दिसंबर में हुई मीटिंग में ब्याज दरों को 5.90% से बढ़कर 6.25% किया गया था।
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आपको बताते चलें कि हर दो महीने में मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक होती है। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग अप्रैल में हुई थी। तब RBI ने रेपो रेट को 4% पर स्थिर रखा था, लेकिन RBI ने 2 और 3 मई को इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेपो रेट को 0.40% बढ़ाकर 4.40% कर दिया था। इसके बाद से लगातार 6 बार रेपो रेट बढ़ चुका है। मई के बाद 6 से 8 जून को हुई मीटिंग में रेपो रेट में 0.50% इजाफा किया। इससे रेपो रेट 4.40% से बढ़कर 4.90% हो गई। फिर अगस्त में इसे 0.50% बढ़ाया गया, जिससे ये 5.40% पर पहुंच गई। सितंबर में ब्याज दरें 5.90% हो गई। फिर दिसंबर में ब्याज दरें 6.25% पर पहुंच गई। अब ब्याज दरें 6.50% पर पहुंच गई है।