पहली बार 12 हजार फीट की ऊंचाई पर दिखा रॉयल बंगाल टाइगर

आगे स्टडी की जरूरत

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कोलकाता, सूत्रकार: एक अभूर्तपूर्व खोज में पहली बार रॉयल बंगाल टाइगर को रिकॉर्ड ऊंचाई पर देखा गया है। सिक्किम के पंगालोखा वन्यजीव अभयारण्य में 3,640 मीटर की ऊंचाई पर एक रॉयल बंगाल टाइगर कैमरे में कैद हुआ है। यह सेंक्चुअरी सिक्किम, बंगाल और भूटान के बीच स्थित है और 128 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।

यह सिक्किम का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है। इस खोज के बाद भारत में रॉयल बंगाल टाइगर की नई ऊंचाई पर मौजूदगी दर्ज की गई है जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। अधिकारियों ने बताया कि रॉयल बंगाल टाइगर सिक्किम वन विभाग के सहयोग से अभयारण्य में अध्ययन कर रही बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस) की टीम के कैमरों में दिखा है। बीएनएचएस टीम ने दावा किया कि यह पहली बार है जब किसी बाघ को 3,640 मीटर (11,942 फुट) की ऊंचाई पर देखा गया है।

सर्वेक्षण से जुड़े बीएनएचएस वैज्ञानिक अथर्व सिंह ने कहा कि बाघ भूटान से उत्तरी सिक्किम के जंगलों में प्रवेश करने के लिए अभयारण्य के ऊंचे इलाकों का उपयोग गलियारे के रूप में कर सकता है।

आगे स्टडी की जरूरत

उत्तरी सिक्किम क्षेत्र में बाघोंकी पिछली उपस्थिति निकटवर्ती क्योंगनोसला अल्पाइन अभयारण्य और फैम्बोंग लो वन्यजीव अभयारण्य के बीच संभावित संबंध का संकेत देती है। इसके बाद अब सिक्किम के ऊंचाई वाले हिमालय क्षेत्र में बाघों की आवाजाही की गहरी समझ हासिल करने के लिए लंबे समय तक स्टडी करने के जरूरत महसूस हो रही है ।

 

काले भालुओं की है मौजूदगी

128 वर्ग किलोमीटर में फैले पंगोलाखा वन्यजीव अभयारण्य सिक्किम का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है। पूर्वी सिक्किम जिले में स्थित और भूटान के जंगलों और पश्चिम बंगाल में नेओरा वैली नेशनल पार्क से जुड़ा यह अभयारण्य लाल पांडा, हिम तेंदुए, हिमालयी मस्कडियर, हिमालयी गोरल और हिमालयी काले भालू सहित विभिन्न प्रकार की प्रजातियों का भी एक बड़ा घर है।