फाइव स्टार होटल मालिक से 70 लाख रुपये की लूट

नाइजीरियाई गिरोह के 2 सदस्य गिरफ्तार, सिम स्वैपिंग के जरिए दिया घटना को अंजाम

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कोलकाता: सिम स्वैपिंग के जरिए पांच सितारा होटल के मालिक से 70 लाख रुपये उड़ाने के पीछे नाइजीरियाई गिरोह का हाथ है। इसी तरह कोलकाता से ढाई करोड़ की ठगी की रकम क्रिप्टोकरेंसी के जरिए नाइजीरिया पहुंच गई। लालबाजार ने बताया कि इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से सैयद मोहम्मद रेहान के खिलाफ कलकत्ता पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी की है। हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतरते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य गिरफ्तार व्यक्ति वसीम खान को गार्डनरिच से गिरफ्तार किया गया।

इस घटना में सबसे पहले दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस गिरोह के जालसाजों ने कोलकाता के एक पांच सितारा होटल के मालिक के फर्जी मेल बनाए। उन्होंने होटल मालिक के फर्जी हस्ताक्षर कर मोबाइल कंपनी को मेल कर दिया कि उनका मोबाइल खो गया है, इसलिए नए सिम कार्ड की आवश्यकता है। होटल व्यवसायी का पुराना सिम कार्ड निष्क्रिय हो गया है। नया सिम कार्ड एक्टिवेट होते ही जालसाजों को पता चल जाता है कि उसके बैंक खाते में कितने पैसे हैं। जालसाजों ने उनके खाते से 70 लाख रुपये उड़ा लिए। लालबाजार की पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस सिम स्वैपिंग चक्र का असली मालिक कौन है। जांच कर उन्हें कुछ लोगों के नाम पता चल सकते हैं। मूलतः इनके जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया।

इस बार गार्डेनरिच के बैंक खाते से 8 लाख रुपये की हेराफेरी हुई है लेकिन सर्कल के एक अन्य सदस्य के खाते के लेन-देन की खोज करते समय, सर्कल का विदेशी प्रमुख पाया गया। मालूम हो कि सैयद मोहम्मद रेहान नाम के उस शख्स के खाते में एक निजी संस्था के जरिए 2 करोड़ 27 लाख रुपये आए हैं। कुछ ही दिनों में पैसे को क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया गया। क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पैसा नाइजीरिया गया। क्रिप्टोकरेंसी अकाउंट एक नाइजीरियाई व्यक्ति के नाम पर है। इसके बाद लालबाजार के जासूसों ने पुष्टि की कि इस सिम स्वैपिंग चक्र के पीछे नाइजीरियाई गिरोह का हाथ है। जासूसों को पता चला कि सैयद मोहम्मद रेहान विदेश में है, इसलिए पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दी।