सूत्रकार, शिखा झा
रांची : सूरत की एक अदालत द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाए जाने पर झारखंड विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया। सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान पोड़ैहाट विधायक प्रदीप यादव ने यह जानकारी दी। प्रदीप यादव ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा कि क्या सरकार के खिलाफ बोलने की सजा भी इस देश में मिलेगी। क्या विपक्ष के नेता सरकार की आलोचना नहीं कर सकते? उन्होंने कहा कि हम इसकी निंदा करते हैं। इसके बाद कांग्रेस के सभी विधायक वेल में आ गए और केंद्र सरकार व भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।गौरतलब है कि सूरत जिला अदालत ने राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि का दोषी पाया है, इस तथ्य के बावजूद कि वर्तमान में उन पर मोदी उपनाम के संबंध में उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए मुकदमा चल रहा है और उन्हें 2 साल की सजा सुनाई है।अदालत ने उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने के लिए 30 दिन का समय देते हुए अंतरिम जमानत दे दी। गौरतलब है कि जब फैसला सुनाया गया तो राहुल गांधी खुद कटघरे में थे।
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गौरतलब है कि 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद जनप्रतिनिधित्व कानून के मुताबिक राहुल गांधी की सदस्यता को भी खतरा है।सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते रहे हैं और जानबूझकर ऐसी टिप्पणी नहीं की। गौरतलब है कि राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला 2019 में दर्ज किया गया था। कर्नाटक में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने नीरव मोदी और ललित मोदी का जिक्र करते हुए विवादित टिप्पणी की थी।झारखंड विधानसभा में हंगामा इस मामले में बीजेपी विधायक परनेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज कराया था. इधर, राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। प्रदीप यादव, राजेश कच्छप, डॉ. इरफान अंसारी और दीपिका पांडे समेत अन्य विधायक अपनी सीट से उठकर वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. इसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इस दौरान भाजपा विधायकों ने जवाब में नारेबाजी भी की।