सैमसंग ने कला महोत्सव  में कलाकारों की कलाकृतियों को प्रदर्शित किया

द फ्रेम जब चल रहा होता है तब एक टीवी होता है

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मुंबई: भारत के सबसे बड़े कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड सैमसंग ने St+आर्ट इंडिया फाउंडेशन और एशियन पेंट्स द्वारा मिलकर आयोजित किए गए। तीन महीने तक चले मुंबई अर्बन कला महोत्सव (MUAF) के दौरान अपने लोकप्रिय लाइफस्टाइल टीवी – द फ्रेम पर दुनिया भर के कलाकारों को अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान किया।

द फ्रेम जब चल रहा होता है तब एक टीवी होता है जबकि बंद रहने पर एक कलाकृति के रूप में बदल जाता है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह स्थानीय के साथ-साथ पूरी दुनिया की प्रसिद्ध कलाकृतियों को कला प्रेमियों के लिए उनकी दीवारों पर जीवंत कर दे।

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नए जमाने का यह प्रोडक्ट बहुत आसानी से घरों की ऐसी खूबसूरत, आरामदेह और विशिष्ट आंतरिक सज्जा के साथ घुल-मिल जाता है, जो आजकल बहुत से भारतीयों का पसंदीदा स्टाइल है।

सैमसंग ने अपनी तरह की एक अनोखी पहल करते हुए अपने सुपरकूल और स्टाइलिश द फ्रेम टीवी को लोकप्रिय बनाने के लिए इस कला महोत्सव का इस्तेमाल किया और कला प्रेमियों तथा एक्जीबिटर्स को कलाकृतियों को देखने का एक मुग्ध कर देने वाले अनुभव देने वाला प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया।

यह महोत्सव ध्यान आकर्षित करने वाली और गहरे अर्थों वाली कलाकृतियों का एक ऐसा संगम था, जहां अन्य कलाकारों के अलावा मीरा देवीदयाल, ऐड मिनोलिटी और आरती सुंदर के काम को सैमसंग के लोकप्रिय लाइफस्टाइल टीवी द फ्रेम पर प्रदर्शित किया गया था।

जहां मीरा देवीदयाल ने अपनी कलाकृति ‘वॉटर हैज मेमोरी’ का प्रदर्शन किया, वहीं अर्जेंटीना की कलाकार ऐड मिनोलिटी ने अरावनी आर्ट प्रोजेक्ट के साथ मिलकर ट्रांस, स्त्रीवादी और स्थानीय अनुभवों को दर्शाने वाली कलाकृतियां पेश कीं।
इसके अलावा अन्यों के साथ आरती सुंदर की ‘वी ओ ईच अदर एवरीथिंग’ कलाकृति भी प्रदर्शित की गई।

सैमसंग इंडिया के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बिजनेस के सीनियर वाइस प्रेसिडेंड मोहनदीप सिंह ने कहा कि तकनीक ने हमारी जिंदगी को और जिस तरह हम बाहर की दुनिया के साथ व्यवहार करते हैं उसे, पूरी तरह बदल दिया है। द फ्रेम टेलीविजन इस बात का एक सटीक उदाहरण है क्योंकि यह कला और तकनीक के मिलन बिंदु पर खड़ा है।