नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से अल्पसंख्यक शब्द पर बड़ा बयान आया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा है कि देश में प्रचलित अल्पसंख्यक की अवधारणा पर पुनर्विचार होना चाहिए। संघ के लिए भारत में रहने वाले सभी एकसमान हैं।
नागपुर स्थित रेशिमबाग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के अंतिम दिन रविवार को दत्तात्रेय होसबाले लगातार दूसरी बार तीन वर्ष के लिए सरकार्यवाह के पद पर चुने गए। सरकार्यवाह होसबाले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश में हिंदू कोड बिल के तहत ना आने वाले ईसाई और मुस्लिम समुदाय को अल्पसंख्यक कहा जाता है लेकिन इस देश में रहनेवाले और इसे अपना मानने वाले सभी को संघ हिंदू ही समझता है। बतौर होसबाले अल्पसंख्यक शब्द की अवधारणा पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है। देश में अल्पसंख्यक का मतलब है ईसाई या मुस्लिम होना, लेकिन अल्पसंख्यक की अवधारणा पर पुनर्विचार करने की भी आवश्यकता है।
केंद्र सरकार के 10 वर्ष तथा आगामी लोकसभा चुनाव पर होसबाले ने कहा कि पूरी दुनिया के 25 जाने माने लोगों ने बीते 10 वर्षों में भारत में हुए बदलाओं की सराहना की है। आनेवाले चुनावों में जनता भी वोटों के जरिए सरकार के काम की समीक्षा करेगी। बतौर होसबाले संघ को भी लगता है कि पिछले 10 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों मे बेहतर काम हुआ है, देश का सम्मान भी बढ़ा है।
मणिपुर प्रकरण पर अपने विचार साझा करते हुए होसबाले ने कहा कि मणिपुर की हिंसा के दौरान लोगों के दिलों पर जो गहरा घाव हुआ है वह अचनाक नहीं जाएगा। मणिपुर के मैतेई और कुकी दोनों समुदायों में संघ के स्वयंसेवक हैं। बीते एक वर्ष में संघ ने दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों से बात कर राज्य में शांति बनाए रखने के लिए प्रयास किए हैं। हिंसा के चलते लोगों के मन में पनपी कटुता कम होने में थोड़ा समय लगेगा।
समान नागरिक संहिता को लेकर सरकार्यवाह ने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू होने पर संघ ने राज्य सरकार की सराहना की थी। संघ हमेशा पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का पक्षधर रहा है। इस अवसर पर होसबाले ने संदेशखाली की घटना की निंदा की। वहीं पंजाब में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले अमृतपाल जैसे तत्वों से देश को बचाने के आह्वान किया। उन्होंने किसान आंदोलन में घुसपैठ करनेवाले देश विरोधी ताकतों से सतर्क रहने का भी आह्वान किया।
महिला सम्मान के बारे में अपनी राय रखते हुए होसबाले ने कहा कि महिलाओं को देवी और दासी केवल इन्हीं नजरों से देखना सर्वथा अनुचित है। महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी योग्यता साबित कर रही हैं। ऐसी कार्यकुशल महिलाओं के पीछे संघ हमेशा से खड़ा रहा है और भविष्य में भी खड़ा रहेगा। इस अवसर पर संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर और सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार मौजूद रहे।