दिल्ली के कंझावला कांड में सातवां आरोपी गिरफ्तार

कंझावला मामले में सातवें आरोपी अंकुश की तलाश कर रही थी।

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दिल्ली।   दिल्ली के चर्चित कंझावला कांड में सातवां आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दरअसल सातवां आरोपी अंकुश सरेंडर करने सुल्तानपुरी थाने पहुंचा, जिसके बाद पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस शहर के कंझावला मामले में सातवें आरोपी अंकुश की तलाश कर रही थी।

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पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अमित के भाई अंकुश को सातवां आरोपी बनाया था। बता दें कि कंझावला मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की टीम अंकुश की तलाश में दिल्ली के कई इलाकों में छानबीन कर रही थी। आरोपी अंकुश मंगोलपुरी के एक्स ब्लाक मकान नंबर 567 में रहता है। गौरतलब है कि अंकुश कंझावला मामले के मुख्य आरोपी अमित का बड़ा भाई है।

दिल्ली पुलिस ने दीपक को भी आरोपी बनाया है क्योंकि उसने मुख्य आरोपियों की मदद की और उन्हें शेल्टर दिया। हालांकि पहले पुलिस को गुमराह करने के लिए यह बताया गया था कि दीपक गाड़ी चला रहा था लेकिन कार में चार ही आरोपी थे। दीपक अपने घर में मौजूद था। लेकिन उसने आरोपियों का घटना के बाद सहयोग किया और इसलिए अंकुश को भी आरोपी बनाया गया है। क्योंकि उसने भी अपने भाई और बाकी आरोपियों की मदद की और पुलिस को घटना की जानकारी नहीं दी।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक अंकुश मुख्य आरोपी दीपका का चचेरा भाई है। पुलिस के मुताबिक अंकुश ने ही दीपक को कहा कि तुम बोल दो कि गाड़ी तुम चला चला रहे थे और जिसके बदले में अंकुश ने दीपक को कुछ पैसे भी दिए। हालांकि कितने पैसे दिए हैं, अभी साफ नहीं हो पाया है। इस एंगल पर पुलिस तफ्तीश कर रही है । दीपक और अंकुश दोनों ही ग्रामीण सेवा चलाते हैं। ज्ञात हो की इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने कथित तौर पर आशुतोष से कार ली थी। गुरुवार को पुलिस ने कहा था कि वह दो संदिग्धों की तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर पांचों आरोपियों को बचाने में शामिल थे।

बता दें कि इस मामले में पुलिस ने पहले ही दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार कर लिया है इसके बाद पुलिस ने छठवें आरोपी आशुतोष को भी अरेस्ट किया है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल के रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस को दो और लोगों आशुतोष और अंकुश खन्ना की संलिप्तता के बारे में पता चला था, जो आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे।