रांची : कहने को हम 21वीं सदी में निवास कर रहे है. लेकिन हमारा सामाजिक जीवन अभी भी पौराणिक ही है. जिसमें भूत पिचाश, डायन बिसाही ,ओझा गुणी होते थे. अब समय के साथ जमाना बदल गया. इंसान बदल गया और इस समय के अनुसार इंसान का मिजाज भी बदल गया लेकिन आज भी कुछ ऐसे लोग है. इस समाज में जो अपनी ओछी सोच के कारण कितनो की जान ले रहे है. रोजना इसी अंधविश्वास के कारण लोग अपने ही लोगो के जान के दुसमन बन रहे है. लोगों को समझने की आवश्यकता है की डायन, बिसाही जादू टोना ये सब बेकार की बातें है और ये अंधविश्वास हमारे समाज कोवर्षों से तबाह करते आयी है. बता दे की इस डायन बिसाही के शक में झारखंड की एक और महिला की जान ले ली है. यह मामला राजधानी रांची से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित इटकी के मल्टी गांव का है. थानेदार अमित प्रशांत के अनुसार बीते एक जून को एक नाबालिग लड़के की मौत हो गई थी. मृतक बच्चे के परिजन गांव की 60 वर्षीय महिला बासो उरांव पर डायन बिसाही का आरोप लगाया था. उसी आरोप के तहत महिला की हत्या हुई होगी. श्री प्रशांत यह भी कहते है की आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा, एक संदिग्ध को पकड़ा गया है. पुछताछ हो रही है अब सवाल उठता है की डायन बिसाही के मामले में बासो उरांव की पहली हत्या नहीं है. अलग राज्य बनने के बाद अब तक हजारों हत्याएं इस प्रकार की हो चुकी है और राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
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