रांची : जमीन घोटला मामले में शेखर कुशवाहा को अब अगले तीन दिनों तक ईडी के सवालों का सामना करना पड़ेगा. गिरफ्तारी के बाद बीते दिन गुरूवार (13 जून) को ईडी ने शेखर कुशवाहा को पीएमएलए (प्रीवेन्शन ऑफ़ मनी लाउंड्रिंग एक्ट) की विशेष अदालत में पेश किया था. और पेशी के दौरान ईडी ने मामले में पूछताछ को लेकर कोर्ट से 7 दिनों के रिमांड की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने 3 दिनों के रिमांड अवधि की मंजूरी दी. मामले में सुनवाई के दौरान ईडी की तरफ से अधिवक्ता ने कोर्ट से आग्रह करते हुए कहा कि जमीन घोटला मामले में शेखर कुशवाहा से पूछताछ के लिए अनुमति दी जाए. हालांकि बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने इसका विरोध किया. आपको बता दें जमीन घोटाला से जुड़े मामले में ईडी ने 12 जून (मंगलवार) को शेखर कुशवाहा को गिरफ्तार किया था. अब रिमांड पर लेने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि मामले में पूछताछ के क्रम कई बड़े खुलासे हो सकते है. इस मामले में कई लोगों के नाम भी सामने आ सकते है जो पर्दे के पीछे रहकर आदिवासी जमीन को जनरल बनाने और उसे बेचने के गोरखधंधे में संलिप्त है.
ये भी पढ़ें : जमशेदपुर में मालगाड़ी की चपेट में आने से दो बच्चों समेत तीन की मौत
बता दें, जमीन घोटाला मामले में शेखर कुशवाहा के ठिकानों पर ईडी दो बार छापेमारी कर चुकी है. शेखर कुशवाहा को ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए समन जारी कर ईडी कार्यालय में उपस्थित होने को कहा था लेकिन वे ईडी के समक्ष पेश नहीं हो रहे थे. ईडी के मुताबिक, शेखर कुशवाहा पर गाड़ी मौजा के 4.83 एकड़ जमीन के मूल दस्तावेज से छेड़छाड़ कर फर्जी दस्तावेज बनाया था. फर्जीवा़ड़ा के काम के लिए कुशवाहा को सरकारी अधिकारियों ने सहयोग किया था. बता दें, 4.83 एकड़ जमीन एक भोक्ता परिवार का है जिसका नाम बदलकर दूसरे के नाम से सामान्य प्रकृति का जमीन बनाया गया था.