मुंबई : महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे और बीजेपी गठबंधन सरकार को एक बार फिर आदित्य ठाकरे ने चुनौती दी है। आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को चुनौती देते हुए कहा है कि ‘मैंने असंवैधानिक मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) को मेरे ख़िलाफ़ विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। मैं अपनी सीट से इस्तीफ़ा दे दूंगा और उन्हें अपनी सीट से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए और उन्हें मेरे ख़िलाफ़ वर्ली से चुनाव लड़ना चाहिए’। आपको बता दें कि वर्ली से विधायक ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे पर हमला कर रहे विधायकों को निशाने पर लेते हुए यह बयान दिया था।
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दीपक केसरकर ने संभाला मोर्चा
आदित्य ठाकरे का जवाब देने का जिम्मा संभाला शिंदे और फडनवीस सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने। उन्होंने आदित्य ठाकरे को जवाब देते हुए कहा कि ‘ये तो जनता तय करेगी कि किसे वोट देना है। हम जनता की सेवा कर रहे हैं वे भी जनता की सेवा करें और कम से कम बोलें वे उसमें ही बड़े हो जाएंगे। मुझे लगता है कि वे एक उभरते हुए युवा नेता हैं। वे ऐसा बोलते हैं क्योंकि वे अभी परिपक्व नहीं हैं’।
ये तो जनता तय करेगी कि किसे वोट देना है। हम जनता की सेवा कर रहे हैं वे भी जनता की सेवा करें और कम से कम बोलें वे उसमें ही बड़े हो जाएंगे। मुझे लगता है कि वे एक उभरते हुए युवा नेता हैं। वे ऐसा बोलते हैं क्योंकि वे अभी परिपक्व नहीं हैं: महाराष्ट्र मंत्री दीपक केसरकर, मुंबई https://t.co/ejiNUKhE7R pic.twitter.com/7BxF2Da0D5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2023
आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार थी। उस वक्त शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हुआ करते थे। लेकिन भारी सियासी उथल-पुथल के बाद शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एकनाथ शिंदे कभी शिवसेना के स्तंभ माने जाते थे। लेकिन उद्धव ठाकरे के एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने और बेटे आदित्य ठाकरे को अधिक तवज्जो देने के चलते शिंदे नाराज थे। उनके साथ शिवसेना के बाकी विधायक भी ठाकरे से नाराज हुए और अब अलग होकर नई सरकार बना ली थी।