जयकारों से गूंज उठे शिवालय

आस्था और भक्ति की बयार बही

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कोलकाता, सूत्रकार : महानगर सहित पूरे पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को महाशिवरात्रि की धूम रही। आस्था और भक्ति की बयार बही। चिलचिलाती धूप के बीच महानगर के भूतनाथ मन्दिर, मोटा महादेव मंदिर, भूकैलाश मन्दिर, जबरेश्वर महादेव, कारकेश्वर, 12 महादेव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

श्रद्धालुओं ने कतार में खड़े होकर ॐ नमः शिवाय और हर-हर महादेव के जयकारे लगाएं। विशेष तौर पर युवाओं में तिलक, त्रिशूल और त्रिपुण्ड लगवाने का खासा क्रेज देखने को मिला। महिलाओं तथा बच्चों ने भी ललाट पर लाल पीले रंग में त्रिशूल तथा त्रिपुण्ड लगवाये।

प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाशिवरात्रि के मौके पर शुभकामनाएं दी हैं। शुक्रवार को उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर बाबा भोलेनाथ की तस्वीर के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि सभी को महाशिवरात्रि की आंतरिक शुभकामनाएं।

भूतनाथ मन्दिर में दर्शन करने आये श्रद्धालुओं की लगभग एक किलोमीटर लम्बी कतार देखा गयी। श्रद्धालु  सुबह 3 बजे से ही कतार में खड़े हो गए थे। मन्दिर के बाहर व्यवस्था सम्भाल रहे लोगों ने बताया कि दिनभर में लगभग 40 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इस बार शिवरात्री पर युवाओं में खास क्रेज देखा गया। कई युवा तो गुरुवार की देर रात से महादेव के दर्शन करने के लिए कतार में खड़े हो गए थे।

उनके हाथ में मंदार के फूल और जल थे और वे भजन करते हुए मंदिरों में जाने के लिए आगे की ओर बढ़ रहे थे। जबरेश्वर महादेव मंदिर, तारक्श्वर मंदिर सहित कई मंदिरों में दोपहर दो बजे से पंडितों की ओर सेहवन किया गया तथा रात में पाठ किया गया तथा रात्रि में भगवान शिव का विशेष श्रृंगार हुआ।

इसके अलावा रात 9 बजे से प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भजन प्रस्तुतियां और नृत्य नाटिका शुरू किया गया। प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाशिवरात्रि के मौके पर शुभकामनाएं दी हैं। शुक्रवार को उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर बाबा भोलेनाथ की तस्वीर के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि सभी को महाशिवरात्रि की आंतरिक शुभकामनाएं।

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के तारकेश्वर समेत बाबा भोले के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। इस वर्ष महाशिवरात्रि 11 साल बाद शिवयोग में मनाई जा रही है। भक्तों के लिए इस दिन परमसिद्ध योग भी बन रहा है।

इस दिन व्रत रखने से महाशिवरात्रि और शुक्र प्रदोष व्रत का लाभ एक साथ प्राप्त होगा। व्रत रख कर श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ को जल, दूध, बेलपत्र, भांग, धतूरा व पुष्प इत्यादि अर्पण कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।