–ईडी-सीबीआई की गतिविधि के बीच दिल्ली गये शुभेंदु

पंचायत चुनाव के पहले अमित शाह से की बैठक

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कोलकाता / नई दिल्ली : बंगाल में शिक्षा भर्त भ्रष्टाचार की जांच में ईडी और सीबीआई की बढ़ती गतिविधियों के बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी शुक्रवार को दिल्ली गये जहां उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ अहम बैठक की लेकिन इस बैठक को लेकर शाह या अधिकारी ने मीडिया के सामने कोई टिप्पणी नहीं की।

यहां यह भी बता दें कि गुरुवार को बंगाल में पंचायत चुनाव के ऐलान के दूसरे दिन ही नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी दिल्ली गये और दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी बैठक हुई। शुभेंदु के करीबी सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में नॉर्थ ब्लॉक स्थित अमित शाह के दफ्तर में 45 मिनट तक शाह के साथ अधिकारी ने बैठक की।

शुभेंदु के एक करीबी बीजेपी नेता ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष शुक्रवार सुबह अमित शाह का निमंत्रण पाकर दिल्ली गए थे। शुभेंदु अधिकारी ने नॉर्थ ब्लॉक में केंद्रीय गृह मंत्री के साथ 45 मिनट तक बैठक की। हालांकि उन्होंने बैठक में क्या चर्चा हुई इस पर कोई बात नहीं कही। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक शुभेंदु कई फाइलें लेकर दिल्ली गये थे।

चुनाव आयोग ने गुरुवार को राज्य में पंचायत चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। लेकिन इसके दिन बाद शुक्रवार को बीजेपी ने पंचायत चुनावों को लेकर कई मांगों को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसमें केंद्रीय बलों द्वारा मतदान की मांग भी शामिल है।

बता दें, शुभेंदु अधिकारी शुरू से ही केंद्रीय बलों के साथ निष्पक्ष मतदान की मांग करते रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एक बार फिर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शिक्षा भर्ती भ्रष्टाचार जांच में सीबीआई के बाद अगले मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी को तलब किया है।

कुछ दिनों पहले इस मामले में कालीघाट के काकू उर्फ ​​सुजयकृष्ण भद्र को गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। उन्हें 14 जून को फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी ने अभिषेक बनर्जी को उससे एक दिन पहले मंगलवार 13 जून को बुलाया है। हालांकि, अभिषेक ने कहा कि पंचायत चुनाव से पहले वह ईडी के सामने हाजिर नहीं होंगे।

वहीं, ईडी ने गुरुवार को कोयला तस्करी मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से करीब 4 घंटे तक पूछताछ की थी। ऐसे माहौल में शुभेंदु अधिकारी की अमित शाह से दिल्ली में हुई मुलाकात एक अलग ही राजनीतिक महत्व रखती है।