कांथीः अभिषेक की सभा के जवाब में मीटिंग करेंगे शुभेंदु
21 दिसंबर को कांथी में सभा करना चाहते हैं शुभेंदु
कांथीः पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी कांथी में अभिषेक बनर्जी की ‘पलटा सभा’ करना चाहते हैं। प्रदेश भाजपा सूत्रों ने सोमवार को यह बात कही।
तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पिछले शनिवार को कांथी के प्रभातकुमार कॉलेज मैदान में विशाल सभा कर शुभेंदु पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए निशाना साधा था।
उन्होंने 15 दिन की समय सीमा तय कर चुनौती भी दी थी। उस माहौल में शुभेंदु अधिकारी की कांथी में पलटा सभा करने की इच्छा से शुभेंदु और अभिषेक के बीच चल रहे घमासान को नया मोड़ लेने की संभावना है।
इसे भी पढ़ेंः बंगाल की खाड़ी में भूकंप, रिएक्टर स्केल पर 5.1 रही तीव्रता
प्रदेश बीजेपी सूत्रों के मुताबिक शुभेंदु 21 दिसंबर को कांथी में सभा करना चाहते हैं। इसको लेकर पूर्वी मेदिनीपुर के भाजपा नेताओं ने व्यापक बैठक भी की. हालांकि यह खबर लिखे जाने तक प्रदेश भाजपा की ओर से बैठक को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
शुभेंदु अधिकारी के 21 दिसंबर को सभा करने की संभावना
शुभेंदु अधिकारी ने कांथी में अभिषेक के खिलाफ एक जनसभा आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की है, अभिषेक-शुभेंदु द्वंद्व में एक नया मोड़ आने की संभावना है. अगर यह सभा होती है तो इससे दोनों खेमों के बीच दोतरफा जंग तेज हो जाएगी. शुभेंदु कांथी में सभा क्यों करना चाहते हैं? वह कांथी के रहने वाले हैं. पिछले शनिवार को वहां सभा कर अभिषेक ने शुभेंदु समेत पूरे अधिकारी परिवार पर हमला बोला था. शुभेंदु उसका जवाब देना चाहते हैं. साथ ही पंचायत चुनाव को लेकर उस मंच से पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को संदेश दिया जाएगा.
अभिषेक की सभा के जवाब में करेंगे मीटिंग
अभिषेक के शनिवार के डेढ़ घंटे के अधिकांश भाषण में शुभेंदु अधिकारी पर हमला बोला था. अभिषेक ने भ्रष्टाचार को लेकर राज्य के विपक्षी नेताओं द्वारा उन पर किए जा रहे आमने-सामने के हमलों का जवाब दिया था और चुनौती दी थी, “15 दिन के अंदर इस कॉलेज मैदान में अपनी नोटबुक लाओ. मैं अपनी नोटबुक लाऊंगा.” आमतौर पर ऐसे मामलों में नेता प्रति-बैठक करके जवाब देने के पैटर्न का पालन करते हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक शुभेंदु ने उस प्रथा के मुताबिक कांथी में सभा करने की इच्छा जताई है. बता दें कि इसके पहले शुभेंदु अधिकारी डायमंड हार्बर में सभा की थी और दावा किया था कि वह दिसंबर में विजय उत्सव मनाएंगे और लड्डू खिलाएंगे