कोलकाता, सूत्रकार : प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बंगाल का फंड इसलिए रोका गया क्योंकि 100 दिन के प्रोजेक्ट में बंगाल नंबर वन है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार सूचित करने के बावजूद उन्हें बकाया राशि वापस नहीं मिल रही है। प्रधानमंत्री को कई बार बताने का कोई फायदा नहीं हुआ।
तीन साल से पैसा बाकी
तीन साल से 100 दिन के काम का पैसा नहीं मिला है जिसके कारण 21 लाख मजदूर परेशान हैं। उन्होंने कहा कि बकाए की मांग को लेकर अभिषेक ने दिल्ली में धरना दिया। टीएमसी समर्थकों को दिल्ली जाने से रोका गया। ट्रेन रद्द कर दी गयी। मैं 48 घंटे धरने पर रही, इसके बाद भी कुछ फायदा नहीं हुआ। लेकिन हमारी सरकार गरीबों की सेवा के लिए है, केंद्र को यह जान लेना चाहिए। सीएम ने कहा कि बंगाल एमएसएमई, कौशल विकास, ग्रामीण सड़कें, 100 दिन का काम या बांग्लार बाड़ी परियोजनाओं में नंबर एक पर हैं। जिन लोगों ने काम किया उन्हें वेतन भी नहीं दिया गया।
केंद्र को चेताया
केंद्र को चेतावनी के लहजे में ममता ने यह भी कहा कि याद रखें बंगाली झुकता नहीं है। ममता ने यह भी बताया कि बकाया पैसा न मिलने के बाद भी वह कैसे सरकार चला रही हैं। जब बंगाल की माताएं-बहनें संकट में होती हैं तो वे लोग लक्ष्मी भंडार का पैसा इस्तेमाल करती है। याद रखें मुझे भी सरकार चलानी है। सीएम ने राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि मैं किसी को भी वंचित नहीं होने दूंगी। यह लड़ाई जारी रहेगी।
लोगों के बीच मिलती है राहत
सीएम ने हावड़ा में भाषण देने के पहले कहा कि उनको 101 डिग्री बुखार है। उन्होंने लगातार 33 मिनट तक भाषण दिया। भाषण के अंत में उन्होंने कहा कि अब जब वह लोगों के बीच आती हैं और उनसे बात करती हैं तो उनका बुखार उतर जाता है। सीएम ने हावड़ा जिले में कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया तथा लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।