खूंटी : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के छह उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार उग्रवादियों में सिमडेगा जिले के सावटोली निवासी आनंद सिंह, रनिया थाना के बनिया टोला निवासी जॉनसन बारला, जरियागढ़ थाना क्षेत्र के बकसपुर साके टोली निवासी गौतम गोप, लखन गोप और उदित गोप, रनिया थाना क्षेत्र के मरचा बनिया टोली निवासी प्रकाश साहू शामिल हैं।
तोरपा थाना में सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी अमन कुमार ने बताया कि रविवार को उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि रनिया थाना और सिमडेगा जिले के महाबुआंग थाना के सीमावर्ती ग्राम कोटांगेर, मेरोमबीर, गोहारम तथा ओलहान, बेडा ईरंगे में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सक्रिय नक्सली भ्रमणशील हैं और किसी उग्रवादी घटना को अंजाम देनेवाले हैं।
एसपी के निर्देश पर तोरपा के अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकेाश तिवारी के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक तोरपा अंचल दिग्विजय सिंह, सीआरपीएफ 94 बटालियन सोदे, खूंटी तथा सिमडेगा जिला पुलिस के पदाधिकारी और सशस्त्र बल का एक संयुक्त छापामारी दल का गठन किया गया।
छापामारी दल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रनिया थाना क्षेत्र के गोहारम से सरिता जानेवाली सड़क के पास एक चट्टान पर पीएलएफआई के दो सक्रिय उग्रवादियों को देसी कट्टा, गोली, पीएलएफआई का पर्चा और चंदा रसीद के साथ गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये उग्रवादियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर 18 जनवरी की रात में सिमडेगा जिले के ओडगा में स्टेशन के पास रेलवे के काम में लगी जेसीबी, टैंकर और पोकलेन मशीन में आग लगाई थी।
गिरफ्तार उग्रवादयिों की निशानदेही पर रनिया थाना क्षेत्र से पीएलएफआई के अन्य सक्रिय सदस्य को संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप से संपर्क किये जानेवाले मोबाइल फोन, गोली, पीएलएफआई पर्चा, चंदा रसीद तथा जरियागढ़ थाना के बकसपुर क्षेत्र से अन्य तीन सक्रिय सदस्यों को कमांडर तिलकेश्वर गोप से संपर्क किये जानेवाले मोबाइल फोन, देसी कट्टा, गोली, पर्चा और चंदा रसीद के साथ गिरफतार किया गया। इस संबंध में रनिया और जरियागढ़ थाना में मामला दर्ज किया गया है।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी उग्रवादियों का आपराधिक इतिहास रहा है। उन्होंने बताया कि उग्रवादी लखन गोप के खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट, उग्रवादी घटना सहित अन्य संगीन मामलों को लेकर जरियागढ़ और कर्रा थाने में 20 मामले दर्ज हैं। पुलिस कों लंबे समय से उसकी तलाश थी।
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