स्मार्ट सिटी एडवाइजरी फोरम की बैठक संजय सेठ की अध्यक्षता में संपन्न

16000 फ्लैटों का होगा निर्माण, 70000 के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

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रांची : आज रांची स्मार्ट सिटी परिसर में सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक सांसद संजय सेठ की अध्यक्षता में संपन्न हुई। सांसद ने स्मार्ट सिटी में चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान फोरम से जुड़े सदस्यों ने अपने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इस बैठक में बताया गया कि स्मार्ट सिटी की भूमिका राँची के विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण होगी।

बैठक में यह जानकारी दी गई कि रांची देश के अग्रणी स्मार्ट सिटी में शामिल है, यहां 930 करोड़ की योजनाएं स्वीकृत हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कुल 18 प्रोजेक्ट पर काम चलना है, जिसमें 12 प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुके हैं, 8 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।

यहां 16000 फ्लैट बनने हैं, जो आम नागरिकों को आवंटित किए जाएंगे। इसके लिए जमीन का आवंटन भी हो चुका है, इस वर्ष काम भी आरंभ हो जाएगा। इस परिसर में शैक्षणिक कार्यों हेतु स्कूल, कॉलेज, बेहतर अस्पताल सहित अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम चल रहा है। स्मार्ट सिटी में 40,000 करोड रुपए तक के निवेश संभावना है।

अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट सिटी के निर्माण से 70000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार सृजन के द्वार खुलेंगे। 656 एकड़ भूमि पर चल रहे स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य में 469 करोड रुपए इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित विकास पर खर्च किए जा रहे हैं। 21 किलोमीटर के एरिया में वाटर सप्लाई, 39 किलोमीटर का ड्रेन नेटवर्क इस स्मार्ट सिटी में होगा। 41 किलोमीटर लंबे फुटपाथ के साथ लगभग 21 किलोमीटर लंबी चौड़ी सड़क भी होगी।

इस बैठक के दौरान अधिकारियों ने सांसद को बताया कि स्मार्ट सिटी के विकास में कुछ तकनीकी समस्याएं आ रही है, सांसद ने अधिकारियों से उसका विवरण मांगा और समाधान की दिशा में कार्य करने की बात कही। सांसद ने बताया कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जिस सोच के साथ स्मार्ट सिटी का विकास कर रहे हैं, उस दिशा में राज्य सरकार काम नहीं कर पा रही है।

अधिकारियों ने सांसद को बताया कि आने वाले 5 वर्षों में स्मार्ट सिटी पूरी तरह से तैयार हो जाएगी, जहां 16000 फ्लैट के साथ, मल्टीप्लेक्स शॉपिंग, मॉल, पार्क सहित अन्य कई अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। यहां सभी फ्लैटों का निर्माण ऐसा किया जा रहा है कि दिन में बत्ती जलाने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

 

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