तो हो सकती है मिर्गी !

मिर्गी का दौरा आने पर मरीज काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच जाता है।

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डेस्क: मिर्गी कोई संक्रमण वाली बीमारी नहीं है। मिर्गी मानसिक बीमारी या मानसिक कमजोरी के कारण नहीं होता है। अधिकतर मामलों में मिर्गी के कारण पड़ने वाले दौरों से मस्तिष्क पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन कभी-कभी दौरों के कारण मस्तिष्क को क्षति जरूर पहुंच सकती है। अगर आपके घर में या आसपास कोई मिर्गी की बीमारी से जूझ रहा है तो इस रोग के बारे में कुछ बातें आपको जरूर पता होनी चाहिए।

मिर्गी का दौरा आने पर मरीज काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच जाता है उस समय कुछ लोगों को यह समझ नहीं आता कि किस तरह मरीज को ठीक करें या ऐसा क्या काम करें जो मरीज पहले की तरह नॉर्मल हो जाएं।

तो आज हम आपको बताएंगे कि मिर्गी का दौरा आने पर आपको सबसे पहले क्या काम करना चाहिए ताकि आप मरीज को उस समय ठीक किया जा सके ।

मिर्गी का दौरा आने पर करें ये काम

मिर्गी की बीमारी गंभीर समस्या है, अगर इसका सही समय पर इलाज न हो तो मरीज के दिमाग पर काफी बुरा असर पड़ता है। यूं तो मिर्गी के लिए कई तरह की थेरेपी और इलाज है।  लेकिन घर में अचानक से किसी को मिर्गी का दौरा पड़ जाए तो आप मरीज को अंगूर का जूस पिला सकते हैं। इससे थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं  इसके अलावा करौंदा खाने से भी मिर्गी का दौरा कम हो सकता है। आप मरीज को करौंदे का जूस पिला सकते हैं। साथ ही कद्दू का सेवन करने से भी मिर्गी के दौरे की संभावना को कम किया जा सकता है। मरीज को आप कद्दू का सूप बनाकर दे सकते हैं। तुलसी के रस से भी मिर्गी का दौरा कम होता है। तो अगर आप भी किसी के मिर्गी के दौरे से परेशान हैं तो आप उसे इनका सेवन करने की सलाह दें सकते हैं।

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मरीज किस स्थिति में है इसका पता होना जरूरी

मिर्गी की समस्या से पीड़ित लोगों को भी कुछ चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। इस बीमारी से जूझ रहे लोगों को तनाव बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए साथ ही ऐसी जगह पर काम न करें जहां प्रेशर हो। जितना हो सके खुश रहें और अपने दिमाग को आराम दें। रिलैक्स होने से मांसपेशियों को भी काफी आराम मिलता है। अपने रुटीन में मेडिटेशन, योग को शामिल करें। डाइट में विटामिन बी और मैग्ननीशियम जैसे पोषक तत्वों को शामिल करें, इन चीजों के सेवन से दौरा पड़ने की संभावना कम रहती है और मरीज को राहत मिल सकती है।