सोनिया, खड़गे और मनमोहन सिंह को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में आने के लिए मिला न्यौता

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नई दिल्ली : राम मंदिर करोड़ों राम भक्तों के लिए सपना सच होने जैसा है। और राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां पूरे उत्साह और जोश के साथ चल रही है। अभी उद्घाटन में एक महीने से ज्यादा का वक्त बचा हुआ है। लेकिन अतिथियों को अभी से ही निमंत्रण दिया जा रहा है। कुल मिलाकर 7000 से ज्यादा अतिथियों राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में बुलाया जा रहा है। जिसमें राजनीति से जुड़े, धर्म से जुड़े, खेल से जुड़े, समाज से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है। अब इसी क्रम में कुछ आमंत्रण चर्चा का विषय भी बना गया है। दरअसल, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी आमंत्रित किया गया है। आमंत्रण सूची में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा भी शामिल हैं।
एचडी देवगौड़ा को छोड़ दिया जाय तो तीनों ही नेता कांग्रेस के हैं और बीजेपी ये आरोप लगाती रही है कि कांग्रेस के ही कारण राम मंदिर के निर्माण में देरी हुई फैसले में भी देरी हुई। लेकिन आमंत्रण बहुत सवाल खड़े कर रहा है। एक तरफ बीजेपी के नेता आडवाणी और जोशी को उम्र का हवाला देकर उनको नहीं बुलाना चाह रहे थे तो दूसरी तरफ उन्हीं के हमउम्र नेताओं को जो विपक्ष में उनको बुलाया जा रहा है। ये भी बड़ा सवाल है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि राम जन्मभूमि  तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश के सभी राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को आमंत्रित कर रहा है।

इनमें से कुछ को निमंत्रण दिया जा चुका है या उन्हें आमंत्रित करने के लिए समय मांगा गया है। बीते 17 दिसंबर को पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल और विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने निमंत्रण दिया था।

विहिप सूत्रों के अनुसार, आम आदर्मी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बसपा प्रमुख उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती समेत अन्य को भी निमंत्रण जा सकता है। सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा था कि उन्हें आमंत्रित किया जाएगा तो प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाएंगे।