कोलकाता, सूत्रकार : एसएसकेएम राज्य के सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में से एक है। राज्य के कई जिलों से लोग यहां भरोसे पर इलाज कराने आते हैं। वहीं, अस्पताल अपने हरकतों के कारण एक बार फिर कठघरे में खड़ा हो गया है। आरोप है कि 18 घंटे तक अस्पताल के बेड नहीं मिलने के कारण अखलीमा बेगम नामक एक मरीज की मौत हो गई।
70 साल की अखलीमा हावड़ा के जगतबल्लबपुर इलाके में रहती थी। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उसे इलाज के लिए उनके परिजन एसएसकेएम के कार्डियोलॉजी विभाग में ले आए थे। आरोप है कि बेड मिलना तो दूर उसे 18 घंटे खुले आसमान के नीचे गुजारने पड़े। शनिवार दोपहर मरीज की मौत हो गई। सुजयकृष्ण भद्र के उस कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती होने पर मृतक के परिजन अस्पताल की सेवाओं पर सवाल उठा रहे हैं। उनका परिवार शुक्रवार रात से शनिवार दोपहर तक एसएसकेएम के आपातकालीन विभाग में था।
उन्हें बताया गया कि कार्डियोलॉजी में कोई बेड उपलब्ध नहीं है। इसके बाद, नेशनल मेडिकल कॉलेज भेजा गया। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या एसएसकेएम ने रेफरल संबंधी दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया? इसके बाद परिजनों ने अस्पताल पर कई तरह के आरोप लगाए। उधर, डॉक्टर संगठन के नेता मानस गुमटा ने कहा इस तरह से नहीं चलेगा। उन्होंने टिप्पणी की कि प्रशासनिक और राजनीतिक दबाव के कारण आम लोगों की जान जा रही है।