राज्य स्तरीय सम्मेलनः उत्कृष्ट कार्य करने वाली सहिया दीदी हुई सम्मानित
सहिया संसाधन किट का भी अतिथियों ने किया विमोचन
केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बढ़ाएंगे सहियाओं का मानदेय : बन्ना गुप्ता
रांची : झारखंड सरकार व एकजुट संस्था के संयुक्त तत्वावधान और चिल्ड्रेन इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन के सहयोग से रिम्स ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय सहिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें राज्य के सभी प्रखंडों से लगभग 700 सहियाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली सहियाओं को सम्मानित भी किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सहिया और विभाग के बीच में बेहतर समन्वय स्थापित हो, इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हमारी सरकार काम कर रही हैं।
गठबंधन की सरकार का लक्ष्य सुखी और समृद्धि झारखंड बनाने का है। हमारा लक्ष्य है कि विभाग की कमियों-खामियों को दूर करते हुए अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ सुविधा दे सकें। राज्य की 42464 सहिया बहनों पर हम सभी को नाज है।
बन्ना ने पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधा। कहा कि उस सरकार ने लाठी से मारने का काम किया था। लेकिन हमारी सरकार ने सहियाओं का मुंह मीठा करवाने का काम किया है। कोरोना काल में सहियाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। सहिया स्वास्थ्य की दिशा और दशा की मजबूत कड़ी हैं।
यहीं वजह है कि शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी आयी है। संस्थागत प्रसव में हमारे राज्य ने बेहतर प्रदर्शन किया है। कुपोषण दूर करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं बनाई है और उसके क्रियान्वयन में सहियाओं की भूमिका अहम रही है। बन्ना ने कहा कि सहियाओं को दो हजार रुपये मानदेय बहुत कम है।
भारत सरकार ने सहियाओं के मानदेय बढ़ाने के लिए सकारात्मक सोच रखा है। केंद्र-राज्य सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है सहिया बहनें : अरुण कुमार सिंह
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा राज्य के स्वास्थ्य कार्यक्रम की रीढ़ हमारी सहिया बहनें हैं। इन्हें और सुदृढ कैसे किया जाए इस पर विभाग काम कर रही हैं। हमारा यही प्रयास है कि सहियाओं का उत्साह बढ़ाया जाए। इनका सम्मान जरूरी है। राज्य सरकार ने बेहतर कार्य करने वालों को सम्मानित किया है ताकि ये सभी और भी बेहतर तरीके से काम कर सके।
अरुण ने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर पर प्रकाश डाला। कहा कि नवजात शिशुओं और माताओं की मौत को रोकना हम सभी का प्रमुख उद्देशय है। सहियाओं को टैब दिया जाएगा। जिससे सूचनाओं का आदान प्रदान बेहतर तरीके से हो सके। साथ ही दवाओं का किट देने की भी योजना है।
गर्भवती महिलाओं और नवजात के स्वास्थ्य, बच्चों के टीकाकरण को लेकर भी सहियाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। सहियाओं से फीडबैक भी लिया जाएगा, ताकि समस्याओं को दूर किया जा सके। बंद पड़े पीएचसी में डॉक्टरों की नियुक्ति होगी ताकि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो सके।
जमीनी स्तर पर काम करती है सहिया बहनें : शिल्पी नेहा तिर्की
मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि सहिया जमीनी स्तर पर काम करती है। यहीं वजह है कि झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हुआ है। आने वाले समय में झारखंड की 42 हजार सहियाओं को सम्मान देने का काम करेंगे। शिल्पी ने कहा कि आपकी सेवा का सम्मान करती हूं।
इन्हें किया गया सम्मानित
स्वर्ण सहिया के रूप में पलामू की मीणा देवी को एक हजार रुपए का विशेष प्रोत्साहन राशि प्रति माह दी जाएगी। इन्हें शॉल, बैच और बंडी पहनाकर उत्साहवर्धन किया गया। जबकि हजारीबाग के बरही की सरिता देवी को भी मुख्य अतिथियों ने सम्मानित किया है।
रजत सहिया के रूप में दुमका की मदीना खातून, कांशय सहिया के रूप में रांची की अंजू देवी को सम्मानित किया गया है। श्वेता सहिया के रूप में पश्चिमी सिंहभूम की प्रतिमा बोदरा को भी सम्मानित किया गया।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ कृष्ण कुमार, रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, पद्मश्री मुकुंद नायक, एनएचएम के अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी, अपर अभियान निदेशक पंकज, एकजुट संस्था की डॉ निर्मला और प्रशांत त्रिपाठी मौजूद थे।
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