HC के हस्तेक्षप के बाद राज्य पुलिस ने जारी किया सर्कुलर
सिविक वोलेंटियर्स को कानून-व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी नहीं
कोलकाता: राज्य में हाल ही में सिविक वोलेंटियर्स के स्कूलों में पढ़ाने के मुद्दे से विवाद खड़ा हो गया था। शिक्षकों के रूप में सिविक वोलेंटियर्स की योग्यता पर सवाल उठाये गये थे।
इस संदर्भ में सिविक वोलेंटियर्स को लेकर राज्य पुलिस की ओर से सर्कुलर (परिपत्र) जारी किया गया है।
इसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सिविक वोलेंटियर्स को कानून और व्यवस्था से संबंधित कोई भी जिम्मेदारीपूर्ण कार्य नहीं दिये जाएंगे। राज्य पुलिस में फिलहाल 1 लाख 7 हजार 15 सिविक वोलेंटियर्स हैं। कोलकाता पुलिस क्षेत्र में 6 हजार 932 सिविक वोलेंटियर्स हैं।
सिविक वोलेंटियर्स का वेतन 9 हजार रुपये है। कंप्यूटर साक्षर सिविक वोलेंटियर्स पुलिस थानों में डाटा एंट्री का काम करते हैं। भीड़ नियंत्रण, लाइन प्रबंधन और यातायात नियंत्रण सिविक वोलेंटियर्स द्वारा किया जाता है।
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक 29 मार्च तक सिविक वोलेंटियर्स पर गाइडलाइन तैयार करने को कहा गया था। इसलिए कोर्ट के आदेश के बाद राज्य पुलिस ने गाइडलाइंस जारी की।
इस गाइडलाइंस में सिविक वोलेंटियर्स के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का स्पष्ट उल्लेख है। इसके अलावा, उनका उपयोग किस लिए किया जाएगा, इससे संबंधित जानकारी स्पष्ट रूप से प्रलेखित है।
राज्य पुलिस के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सिविक वोलेंटियर्स ट्रैफिक कंट्रोल करने में पुलिस की मदद करेंगे। इसके अलावा, ये सिविक वोलेंटियर्स भीड़ को प्रबंधित करने, अवैध पार्किंग को रोकने और विभिन्न त्योहारों पर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पुलिस की सहायता करने की भूमिका में होंगे। यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि सिविक वोलेंटियर्स को कानून और व्यवस्था की कोई जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती है।
हाल ही में कैबिनेट की एक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिविक वोलेंटियर्स की पदोन्नति का प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री ने अच्छा काम करने पर सिपाही के पद पर नियुक्त करने की पेशकश की थी। हालांकि, इस गाइडलाइन में इसके बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
बता दें कि इसके पहले सिविक वोलेंटियर्स की गतिविधियों के बारे में कई शिकायतें मिली हैं। सिविक वोलेंटियर्स पर अनीस खान की मौत मामले में कभी लाठी, कभी नागरिकों को लात मारने और यहां तक कि हत्या करने के आरोप लगे हैं।
उच्च न्यायालय ने हाल ही में सरसुना थाना क्षेत्र के एक मामले में सिविक वोलेंटियर्स की भूमिका पर सवाल उठाया था। साथ ही गाइडलाइंस प्रकाशित करने का भी निर्देश दिया था।