संसद में भिड़े सुदीप बंद्योपाध्याय और केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति

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नई दिल्ली/कोलकाता : पश्चिम बंगाल की ममता सरकार लंबे समय से केंद्र सरकार से राज्य के बकाया राशी की मांग कर रही है। लेकिन अभी तक वो मांग पूरी नहीं हो पाई है। इसी को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन और तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बनर्जी के बीच मंगलवार को राज्य बकाया के मुद्दे पर तीखी नोकझोंक हुई। साध्‍वी निरंजन ज्‍योति ने तृणमूल कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वो सिर्फ अपना राजनीतिक हित देखती है लोगों का हित नहीं देखती है।

इस दिन लोकसभा में उत्तर कोलकाता से सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से पश्चिम बंगाल में 100 दिनों के काम का बकाया भुगतान करने की मांग की। सांसद सुदीप ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल साध्वी निरंजन ज्योति से मिलना चाहता था। लेकिन मंत्री जी मिलना नहीं चाहते थी।
सुदीप के आरोपों पर पलटवार करते हुए साध्वी निरंजन ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सांसद उन पर गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘मैंने तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधियों से मिलने के लिए कार्यालय में ढाई घंटे तक इंतजार किया। मुझे बताया गया कि तृणमूल के 5 प्रतिनिधि मिलेंगे, मैं सहमत हो गई। इसके बाद तब मुझे बताया गया कि 10 प्रतिनिधि मिलेंगे। मैं इसके लिए भी राजी हो गई। फिर मैंने ढाई घंटे तक इंतजार किया। तब मुझे बताया गया कि सभी सांसद मिलेंगे। मैं भी इसके लिए राजी हो गया। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस मेरे साथ बैठक करना ही नहीं चाहती थी।
इसके बाद साध्वी निरंजन ज्योति ने महुआ मैत्रा की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘महुआ मैत्रा ने मुझे पापी कहा। मैं कहना चाहती हूं कि मैं एक संत हूं। इसका परिणाम महुआ को भुगतना पड़ेगा।’ साध्‍वी निरंजन ज्‍योति के जवाब के बाद तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया।