टीएमसी वाले पहले चोर सुनकर गुस्सा होते, अब कैग सुनकरः शुभेंदु

विधानसभा में कैग रिपोर्ट पर चर्चा की अनुमति नहीं देने पर बिफरे बीजेपी नेता

51

कोलकाता, सूत्रकारः कैग की रिपोर्ट पर राज्य-केंद्र के बीच खींचतान जारी है। उस रिपोर्ट को हथियार बनाकर प्रदेश बीजेपी पूरी तरह से टीएमसी पर हमलावर हो गई है। इसी क्रम में बीजेपी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। इसके अलावा उन्होंने मंगलवार को यह भी बताया कि वह और उनकी पार्टी राज्य के आगामी बजट से क्या ‘उम्मीद’ रखे हुए हैं।

भाजपा विधायकों ने विधानसभा में एक लंबित प्रस्ताव पेश कर सीएजी रिपोर्ट में राज्य सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा की मांग की। हालांकि, स्पीकर बिमान बनर्जी ने चर्चा की अनुमति नहीं दी। इसके बाद बीजेपी विधायकों के हंगामे के कारण विधानसभा सत्र स्थगित कर दिया गया।

विपक्षी दल के नेता ने विधानसभा सत्र में सीएजी रिपोर्ट पर चर्चा की अनुमति नहीं देने को लेकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी और मुख्यमंत्री पर हमला बोला। शुभेंदु ने बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को पहले ‘चोर-चोर’ सुनकर गुस्सा आता था, अब ‘सीएजी’ सुनकर गुस्सा आता है। शुभेंदु ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले चोर की आवाज सुनकर घबरा जाती थीं। अब सीएजी शब्द सुनते ही मुख्यमंत्री और सत्ता पक्ष गुस्सा करने लगते हैं। विधानसभा में कैग रिपोर्ट पर चर्चा नहीं करने दी गई। हमारे जोरदार विरोध के कारण सत्र को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

विपक्षी नेता ने यह भी दावा किया कि सीएजी रिपोर्ट में राज्य में भ्रष्टाचार के बारे में ‘भयानक’ जानकारी है। इसमें फर्जी खाते की जानकारी शामिल है। मनी लॉन्ड्रिंग की जानकारी है। धांधली और भ्रष्टाचार के भी आरोप हैं।” हालांकि, सीएजी रिपोर्ट पर शुभेंदु के कटाक्ष के संदर्भ में राज्य के विधानसभा मंत्री सोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि शुभेंदु एक विपक्षी नेता के रूप में बुरी तरह विफल रहे हैं। उन्हें नहीं पता कि असेंबली हॉल का इस्तेमाल कैसे किया जाए। इसलिए अब वे सीएजी, राज्य सरकार के बारे में गलत जानकारी दे रहे हैं। सीएजी ने केंद्र सरकार पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इसलिए विपक्ष के नेता को इन सब बातों में जनता को भ्रमित करने के बजाय विधानसभा में राज्य की जनता के लिए बोलना चाहिए।