Browsing Tag

अशोक पांडेय

ईयू की चिंता का मतलब

यूरोपीय संघ या यूरोपियन यूनियन (ईयू) को आजकल भारत की समस्याओं से बड़ी चिंता हो रही है। इसके लिए बाकायदा ईयू ने एक प्रस्ताव भी पारित कर लिया है जिसमें मणिपुर में हो…

खुद की समीक्षा करे सरकार

केंद्र की एनडीए सरकार के पास कई मामलों की समीक्षा का अवसर है। जबतक कोई सत्तारूढ़ रहता है तबतक शायद सत्ता का मद भी कई लोगों को पीछे मुड़कर देखने की इजाजत नहीं देता।…

न होता तो बेहतर था

बंगाल के पंचायत चुनाव सम्पन्न हो गए। सबको जो उम्मीद थी, नतीजे भी कमोबेश वैसे ही आए हैं। लेकिन कुछ सवाल ऐसे जरूर उभरे हैं जिनका जवाब वक्त जरूर मांगेगा। आज नहीं तो कल…

ताकते रह गए सभी

राजभवन, राज्य सरकार, कलकत्ता हाईकोर्ट, राज्य चुनाव आयोग और राज्य की पुलिस। सबने अपना-अपना रोल अदा किया। कहीं बूथों पर बैलेट बॉक्स की लूट हुई, कहीं किसी को गोली मार…

व्यक्तिपूजक समाज

बंगाल में पंचायत चुनाव हो रहे हैं। इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव तथा डायमंड हार्बर से लोकसभा के सांसद व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक…

बिल्ली के दाँत

एक बात अपने यहां लोग बड़ी चाव से कहा करते हैं। बिल्ली के दाँत गिने ही नहीं और चल दिए शेर के मुंह में हाथ डालने। ये महज एक कहावत ही है। लेकिन सचमुच अगर कोई ऐसा ही…

ख्वाब देखने की बीमारी

इंसान हर हाल में नए-नए ख्वाब देखने का आदी होता है। और वह भी अगर नेता हुआ तो फिर पूछना क्या है। हर नेता अपने दल की बड़ाई करता फिरता है और दुनिया की हर बुराई उसे दूसरे…

नये युग की नई चुनौती

युगों में जैसे-जैसे परिवर्तन होता जाता है, इंसानी फितरत और सहूलियतें भी अपने आप बदलती रहती हैं। अभी कोई ढाई-तीन दशक पहले तक इस बात की कल्पना भी नहीं कर पाता था कि…

वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति

वैदिकी से लोकतंत्र का संबंध शायद लोगों को अटपटा लगे, मगर वैदिक सोच से ही लोक संस्कृति की उत्पत्ति होती है। वैदिक शब्द का अनर्थ न हो अथवा कोई दूसरा मतलब नहीं निकालना…