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संपादकीय

छोटी सोच से परहेज

भारत की शीर्ष अदालत ने एक कलाकार से कहा है कि उन्हें छोटी सोच से परहेज होनी चाहिए क्योंकि वे एक कलाकार हैं। कला किसी परिधि को नहीं मानती। कला इंसान को इंसान से…

चुनावी बंदरबांट

अजीब विडंबना है। जो दल सत्ता में नहीं होता है, वह सत्ता तक आने के लिए किस्म-किस्म के वायदे किया करता है। जो सत्ता में है वह कुर्सी पर बने रहने के लिए अपने काम की…

लोकतांत्रिक बदला

जैसे-जैसे आम चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है लोकतांत्रिक मूल्यों का वैसे-वैसे ह्रास हो रहा है। केंद्र में हो या किसी राज्य में, हर जगह सत्तारूढ़ दल अपने विरोधियों…

सोशल मीडिया कितना सोशल

किसी भी चीज का आविष्कार समाज को और अधिक उन्नत बनाने के लिए किया जाता है। उन आविष्कारों के जरिए उम्मीद की जाती है कि इंसानी जिंदगी कुछ और समृद्ध होगी, काम करने में…

बढ़ती बेरोजगारी

यह साल जैसे-जैसे बीत रहा है, सरकारी आंकड़ों के हिसाब से देश में बेरोजगारी का अनुपात भी वैसे-वैसे ही बढ़ता जा रहा है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि नवंबर महीने तक…

सरकार और आतंकवाद

आतंकवाद पर सरकारी तौर पर जो भी अबतक बयान जारी होते रहे हैं या जिन घटनाओं को आतंकवाद से जोड़ा जाता रहा है, उन पर नए सिरे से विचार करने की जरूरत आन पड़ी है। दरअसल…

उसूलों की हत्या

सभ्य समाज को दुनिया में जीने के लिए कुछ नियम तय करने होते हैं। ये नियम केवल किसी एक देश या राज्य की सीमा तक सीमित नहीं होते बल्कि उन्हें आपस में मिल-बैठकर पूरी विश्व…

खानाबदोश जिंदगी

इतिहास इस बात की गवाही देता रहा है कि हर युग में कुछ ऐसे सिरफिरे लोग रहे हैं जिन्हें आम लोगों की जिंदगी से खेलने का शौक रहा। ऐसे लोगों का इतिहास भी बड़ा अजीबोगरीब…

दुनिया के दो कारोबारी

दुनिया से शीतयुद्ध का कथित तौर पर सफाया हो गया है। अमेरिका और रूस की लड़ाई कहीं न कहीं थम गई सी लगती है। लेकिन अंदर ही अंदर आग जल रही है तथा किसी भी वक्त कोई…