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अशोक पांडेय

अपनी डफली अपना राग

देश की संसद गंभीर चर्चा कर रही है। सभी दलों की ओर से प्रखर वक्ताओं की टीम खड़ी है जो एक-दूसरे को घेरने की कोशिश कर रही है। मुद्दा है अविश्वास का। सरकार पर देश की गैर…

मनमर्जी बनाम जनमर्जी

राहुल गांधी का अचानक संसद से बाहर किय़ा जाना और फिर नाटकीय तरीके से उनको संसद में प्रवेश देना- इन दो घटनाओं में सरकार की मंशा क्या रही है, इस बारे में हो सकता है कि…

सीमा पार की साजिश

मणिपुर की हिंसा अभी शांत तक नहीं हुई कि हरियाणा को नए सिर से हिंसा की आग में झोंक दिया गया। हिंसा भी ऐसी जिसे सांप्रदायिकता का रूप दे दिया गया। हो सकता है कि सियासी…

राहुल को राहत

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मोदी उपाधि पर उनकी टिप्पणी के कारण कितनी जहमत झेलनी पड़ी है, इसका उदाहरण पूरा देश देख रहा है। सुखद बात यही है कि सुप्रीम…

कोई अन्य विकल्प तलाशें

आम चुनाव से पहले देश की हवा बदलने लगी है। इसके पहले भी हवा में हल्की हरकत जरूर दिख रही थी लेकिन अब तेजी से बदलाव हो रहे हैं। इन बदलावों को ही राजनीतिक रूप से…

संसद मौन है

जिस वतन पर सबको नाज है, जिसकी लोग कसमें खाया करते हैं, जो इसी महीने की 15 तारीख को आजादी का जश्न मनाने की तैयारियों में जुटा है- वह कहीं न कहीं आज जख्मों से कराह रहा…

जाति आधारित जनगणना

किसी भी लोकतांत्रिक देश की सबसे बड़ी पूंजी वहां की आबादी हुआ करती है क्योंकि यह आबादी ही है जिसके कंधों पर सरकार चुनने का दायित्व होता है। भारत इस मामले में सबसे…

गठबंधन की दुविधा

केंद्र की मोदी सरकार को हटाने के लिए तमाम विपक्षी दलों की कोशिश कारगर हो रही है। इस बीच कई समीकरण बनने-बिगड़ने भी लगे हें। इससे कम से कम इतना जरूर पता चल रहा है कि…

झूठी ही तसल्ली दो

एक अंग्रेजी कहावत है- फिशिंग इनटु ट्रॉबल्ड वाटर अर्थात माहौल को बिगाड़ कर अपना उल्लू सीधा करने का खेल खेलना। कुछ लोगों की फितरत होती है कि वे दूसरों की नजर किसी…