भारत में काम कर रही कई एजेंसियां समय-समय पर अपने तरीके से आंकड़े पेश करती हैं। कोई देश की तरक्की का आंकड़ा पेश करती है तो किसी को केवल सरकारी काम में बुराई ही नजर…
आजकल राजनीति में एक अजीब परंपरा चल पड़ी है। जिससे बात नहीं बनती हो, उसे सरेआम गालियां दी जाने लगी हैं। पहले के राजनेताओं में कम से कम इतनी ईमानदारी जरूर थी कि अपने…
लोकतंत्र को सही तरीके से चलाने के लिए भारत में संविधान की रचना हुई। संविधान के तीन प्रमुख अंगों में कार्यपालिका, न्यायपालिका तथा विधायिका को शामिल किया गया है।…
देश की प्रांतीय भाषाओं में सबसे अग्रणी बांग्ला को माना जाता है क्योंकि यह भाषा पश्चिम बंगाल के अलावा, त्रिपुरा व बांग्लादेश के साथ ही देश के कई राज्यों में बोली और…
भारतीय संस्कृति में पुरखों के जमाने से चली आ रही कहावतों या नीति वचनों की बड़ी उपयोगिता रही है। इन वचनों या उपदेशों के आधार पर ही भारतीय समाज टिका रहता है। इनसे…
बंगाल के पंचायत चुनाव सम्पन्न हो गए। सबको जो उम्मीद थी, नतीजे भी कमोबेश वैसे ही आए हैं। लेकिन कुछ सवाल ऐसे जरूर उभरे हैं जिनका जवाब वक्त जरूर मांगेगा। आज नहीं तो कल…
राजभवन, राज्य सरकार, कलकत्ता हाईकोर्ट, राज्य चुनाव आयोग और राज्य की पुलिस। सबने अपना-अपना रोल अदा किया। कहीं बूथों पर बैलेट बॉक्स की लूट हुई, कहीं किसी को गोली मार…
गढ़वा : जब गुरु ही भक्षक हो जाए तो समाज की दशा दिशा दोनों बिगड़ जाती है। कल को गढ़ने की जिम्मेवारी लेने वाले गढ़वा वंशीधर नगर मदरसा के मौलवी मुफ्ती समीरुद्दीन ने…