कांग्रेस को आड़े हातों लेकर बोले अमित शाह, चीन से राजीव गांधी फाउंडेशन को मिले करोड़ों रुपये
तवांग मुद्दे पर संसद में हुआ हंगामा
नई दिल्लीः भारत-चीन की सेना की अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुई झड़प के मुद्दे पर मंगलवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। इसबीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मीडिया में अपना बयान जारी करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।
शाह ने कहा है कि लोकसभा में आज विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया, मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल की सूची में प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद मुझे कांग्रेस की चिंता समझ में आई। प्रश्न राजीव गांधी फाउंडेशन के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA)लाइसेंस को रद्द करने से संबधित था ।
शाह ने कहा कि यदि वे अनुमति देते तो मैं संसद में जवाब देता कि राजीव गांधी फाउंडेशन को वर्ष 2005-2007 के वित्तीय काल में दौरान चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जो FCRA के अनुसार उचित नहीं था। इसी वजह से गृह मंत्रालय ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए इसका पंजीकरण रद्द किया।
प्रश्नकाल की सूची में प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद मुझे इनकी (कांग्रेस) चिंता समझ में आई। सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में था: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह pic.twitter.com/IH3JLu3ltD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2022
तवांग में हुए झड़प पर गृह मंत्री ने जवानों ने जो वीरता दिखाई है उसकी प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि भारत के 1 इंच भी जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। हमारे जवानों ने जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं। सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया। देश की भूमि की रक्षा की।
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देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर गृहमंत्री अमित शाह ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेहरू के चीन प्रेम के कारण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि दे दी गई। अब भी कांग्रेस का चीन के प्रति दोहरी रवैया है लेकिन इसे विपक्ष मुद्दा बना रहा है जो न्याय उचित नहीं है।