ब्यूरो रांची : छेनी हथौड़ी की आवाजे पूरे भूतल परिसर में धीरे-धीरे गूंज रही है, जैसे मंदिर में घंटियां बज रही है। जी हां! हम बात कर रहे हैं अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की, जो अब अंतिम स्पर्श पाकर प्रथम तल पूरी तरह तैयार होने के कगार पर खड़ा है। अयोध्या में कड़ी सुरक्षा वाले निर्माणाधीन राम मंदिर का मुख्य द्वार नक्काशी मनमोहक और आकर्षित करने वाली है। मंदिर प्रांगण लगभग पांच एकड़ का है। रामजन्म भूमि मंदिर को सीधे जोड़ने वाले श्री राम जन्मभूमि पथ का निर्माण बेहद खूबसूरती के साथ किया जा रहा है। सड़क पर खूबसूरत डिजाइन के गुलाबी पत्थरों की टाइल्स लगाई गई है। इसके साथ ही इसे मंदिर के कारीडोर की तरह विकसित किया जा रहा है। सुग्रीव किला मंदिर के बगल से जाने वाले इस पथ के एक किनारे एक सीध में खूबसूरत लाइटिंग के पिलर भी खड़े किए जा रहे हैं। राम मंदिर के दर्शन का यह मुख्य प्रवेश मार्ग होगा। राम मंदिर के भूतल के 166 खंभों पर अब देवी- देवताओं की छवि उकेरी जा रहीं हैं। परिक्रमा मार्ग के खंभों को शानदार लुक दिया जा रहा है। इसके लिए कारीगर लगातार काम कर रहे हैं। खंभों पर डिजाइनिंग के कार्य में करीब 10 कारीगर लगे हुए हैं। मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. मिश्र के मुताबिक मूर्तियों के उकेरने का काम जल्द पूरा करने के लिए कारीगरों की संख्या जल्द बढ़ाई जाएगी। बताया गया कि मंदिर के भूतल में स्थित गर्भगृह में जनवरी 2024 में रामलला का दर्शन शुरू हो जाएगा। इसके साथ-साथ प्रथम तल का निर्माण भी चलता रहेगा। इस दौरान मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन की ओर से विशेष प्लान तैयार किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें : दिलीप के बूथ पर तृणमूल की जीत