झारखंड में डिजिटल अरेस्ट के जरिए अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी, साइबर अपराधियों ने रांची के प्रोफेसर से ठगे 1.78 करोड़ रुपये

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रांची : झारखंड की राजधानी रांची में डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने एक प्रोफेसर से बड़ी ठगी को अंजाम दिया है. साइबर अपराधियो ने प्रोफेसर से 1 करोड़ 78 लाख रूपये ठग लिए हैं. मामले को लेकर प्रोफेसर ने सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज कराई है.रांची के एक नामी और प्रतिष्ठित कॉलेज के प्रोफेसर से साइबर ठगों ने बड़ी ठगी को अंजाम दिया है. साइबर अपराधियों ने दिल्ली पुलिस का अफसर बन कर प्रोफेसर को व्हाट्सएप कॉल के जरिये मनी लाउंड्रिंग का आरोपी बताते हुए उनकी गिरफ्तारी की बात कह डिजिटल अरेस्ट कर लिया. फर्जी पुलिस वालों को असली समझ प्रोफेसर ने साइबर अपराधियो को एक करोड़ 78 लाख रुपये दे दिए. नाम नहीं छापने की शर्त पर प्रोफेसर ने बताया कि साइबर अपराधियों ने एक तरह से उन्हें सम्मोहित कर लिया था, जिसकी वजह से वह उनकी चाल में फंसते चले गए.

 

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साइबर अपराधी ने उनसे कहा था कि करोड़ों का घोटाला हुआ है, उसमें से एक तिहाई रकम अगर बैंक में जमा करवा देते हैं तो उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी नहीं बनाया जाएगा. साइबर अपराधियों को वास्तविक पुलिस समझ कर खौफ के साए में जी रहे प्रोफेसर ने एक दिन खबरों में देखा कि साइबर अपराधी डिजिटल अरेस्ट कर लोगों से पैसे की ठगी कर रहे हैं. खबर देखने के बाद प्रोफेसर को लगा कि कहीं उनके साथ भी साइबर अपराधियों ने ठगी तो नहीं की है, जिसके बाद वो सीआईडी के पास पहुंचे. सीआईडी के पास पहुंचने पर उन्हें जानकारी मिली कि उनके साथ साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी की गई है. साइबर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार प्रोफेसर के बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. प्रोफेसर के द्वारा जिन-जिन बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है.