पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा के बीच शनिवार को एक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। मृत तृणमूल कार्यकर्ता जियारुल मुल्ला की बेटी मनोवारा पियादा अपने पिता की मृत्यु के बाद पिछले दो दिनों सदमे में है। रो-रोकर पूरे परिवार का बुरा हाल है। वहीं राज्यपाल सीवी आनंद बोस गावं पहुंचे लेकिन बासंती के गगरामारी गांव स्थित उनके घर नहीं गये। इसके बाद जियारुल की बेटी एक परिचित की बाइक से राज्यपाल से मिलने के लिए निकल पड़ी और कैनिंग पहुंची। गवर्नर उस समय कैनिंग में सिंचाई विभाग में थे। जियारुल की बेटी मोनोवारा पियादा ने वहां के गवर्नर से मुलाकात की। राज्यपाल को देखते ही वह उनके पैरों से लिपट गई। वह उनके पैरों से लिपट कर फूट-फूटकर रोने लगी। उसने राज्यपाल के अपने पिता की हत्या की दास्तान सुनाई और न्याय की मांग की।
बता दें कि राज्यपाल तीन दिनों तक उत्तर बंगाल के कूचबिहार में थे। पंचायत चुनाव में हिंसा को लेकर राज्यपाल भांगड़ और कैनिंग का दौरा कर चुके हैं। वहीं हाल ही में बासंती में एक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या से इलाके में कोहराम मच गया। खबर मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा कि वह उत्तर बंगाल का दौरा पूरा करने के बाद दक्षिण 24 परगना आएंगे। रविवार को कोलकाता लौटने के बाद राज्यपाल सोमवार को दक्षिण 24 परगना गये। उन्होंने बासंती के छत्रखाली गांव में जहीरुल की मौत के स्थल का दौरा किया। पीड़ित परिजन राज्यपाल को पूरा मामला समझाने को उत्सुक थे। राज्यपाल इस पर सहमत हो गये। पीड़ित को लगा कि शायद राज्यपाल गांव आकर उनसे बात करेंगे लेकिन बिना मिले ही राज्यपाल गांव से चले गये। इसके बाद राज्यपाल सोमवार को कैनिंग पहुंचे। जियारुल की बेटी एक दोस्त की बाइक पर घर से निकली। वहीं राज्यपाल से मुलाकात के बाद मनोरा उनके पैरों से लिपट गईं और फूट-फूट कर रोने लगीं। उन्होंने अपने पिता की “हत्या” की जांच के लिए न्याय की गुहार लगाई। बता दें कि राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर हुई हिंसा में अभी तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है।