नई दिल्ली : संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देने का जिम्मा बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने संभाला। पिछले कई दिनों से लगातार विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर नजर आया है। आज इसी क्रम में पीएम मोदी ने विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इन्होंने (कांग्रेस) 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाओ तो EVM को गाली, चुनाव आयोग को गाली..कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली… सेना पर आरोप।
पीएम मोदी ने 2014 की यूपीए-2 सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ‘2014 से पहले का दशक हमेशा द लॉस्ट डिकेड के रूप में याद किया जाएगा, लेकिन 2030 का दशक भारत का दशक है। 2010 में देश में राष्ट्रमंडल खेल हुए भारत की युवा सामर्थ्य को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने बहुत बड़ा अवसर था, लेकिन CWG घोटाले में पूरा देश दुनिया में बदनाम हो गया। सदी के दूसरे दशक में देश की चर्चा ब्लैकआउट के नाते हुई। पूरे विश्व में ब्लैकआउट के वे दिन चर्चा में आ गए’।
Today, railway stations and airports are being transformed. 70 airports in 70 years. 70 airports in 9 years! Waterways are also being developed in the country: PM Narendra Modi in Lok Sabha pic.twitter.com/l5NCn4WCPO
— ANI (@ANI) February 8, 2023
घोटालों का दशक रहा 2004 से 2014 तक
इस दौरान पीएम मोदी ने ‘2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा। UPA के वे दस साल में भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। चारों तरफ ये सूचना रहती थी किसी अनाजानी चीज को हाथ मत लगाना। 10 साल में कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था’।
ये निराशा ऐसे नहीं आई, इस निराशा के पीछे कारण है, एक तो जनता का बार-बार हुकुम…2004 से 2014 तक भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई, इस पर निराशा नहीं होगी तो क्या होगी। 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही इसलिए अगर कुछ अच्छा होता है तो निराशा और उभर कर आती है
मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा भारत
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के काम को गिनाते हुए कहा कि ‘भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देखती है। निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे लोगों की उपलब्धियों को देखने में विफल रहते हैं’।
लगभग तीन दशकों तक भारत में राजनीतिक अस्थिरता रही। आज हमारे पास एक स्थिर और निर्णायक सरकार है। निर्णायक सरकार हमेशा देश के हित में निर्णय लेने का साहस रखती है…पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं।
भारत को लेकर आशा और उमंग
इसके आगे उन्होंने कहा कि ‘आज दुनिया की हर विश्वसनीय संस्था, हर विशेषज्ञ, जो भविष्य का अच्छा सेशन रिपोर्ट भी लगा सकते हैं, उन सबको आज भारत को लेकर बहुत आशा और काफी हद तक उमंग है। इसका कारण है कि भारत में अस्थिरता नहीं है’।
भारत पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था
पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘कई देश युद्ध के कारण अस्थिरता से पीड़ित हैं। हमारे पड़ोसी सहित कई अन्य लोग मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और खाद्य सुरक्षा की कमी का सामना कर रहे हैं। मुश्किल समय के बीच भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना’।
That day on 24th Jan, at a public rally, I had said, "Terrorists pay heed. On 26th Jan, sharp at 11am I will reach Lal Chowk without security & bulletproof jacket. Faisla Lal Chowk pe hoga kisne apni maa ka doodh piya hai." Then I hoisted the Tricolour at Lal Chowk: PM Modi pic.twitter.com/FGVzQauPcl
— ANI (@ANI) February 8, 2023
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लेकर पॉजिटिविटी, आशा, भरोसा है। ये खुशी की बात है कि आज भारत को G20 की अध्यक्षता का अवसर मिला है। ये देश और 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है लेकिन मुझे लगता है कि शायद इससे कुछ लोगों को दुख है। वे आत्मनिरीक्षण करें कि वे कौन लोग हैं। 100 साल में आई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बटां हुआ विश्व और इस संकट के माहौल में भी देश को जिस तरह से संभाला गया है इससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है।
Those who came back from J&K recently must have seen how you can go in J&K. I too had gone on a yatra to J&K with resolve to hoist Tricolour at Lal Chowk. Terrorists had put up posters & said, "Dekhte hain, kisne maa ka doodh piya hai jo Lal Chowk aake Tiranga phehra paaye.": PM pic.twitter.com/e2S8t86cxh
— ANI (@ANI) February 8, 2023
नफरत वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘जब राष्ट्रपति का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए और एक बड़े नेता राष्ट्रपति का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत और उनके प्रति उनकी सोच क्या है ये भी दिखाई दी है। जब टीवी पर इस प्रकार की बातें कही गई तो अंदर पड़ा नफरत का भाव बाहर आ गया’।