झारखंड : झारखंड में अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर राजनीति गरमा गई है। सरकार पर पुलिस अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में गबन करने और अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं। मजे की बात यह है कि आरोप विपक्ष की तरफ से नहीं लगाए गए हैं बल्कि सत्ता पक्ष के विधायकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, बड़कागांव से कांग्रेस पार्टी विधायक अंबा प्रसाद के विधायक प्रतिनिधि की बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। अंबा प्रसाद का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह सीधे डीजीपी अजय कुमार सिन्हा को फोन कर कह रही हैं कि कोई कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
ट्रांसफर-पोस्टिंग में कमीशनखोरी चल रही है। आज विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि पुलिस कुछ अपराधियों या बेगुनाहों को गिरफ्तार कर भोजन आपूर्ति करती है। उन्होंने कहा कि घटनाएं लगातार हो रही हैं। अपराधियों का दिमाग तेज हो गया है। क्योंकि उन्हें पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि अगर अपराधियों को पुलिस का संरक्षण नहीं मिला तो वे सार्वजनिक रूप से विधायक प्रतिनिधि को गोली मारने की हिम्मत कैसे करेंगे। 1 दर्जन गोलियां चलीं।
अंबा प्रसाद ने कहा कि अपराधियों और पुलिस के बीच 60:40 का हिसाब चल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में फायरिंग की घटनाएं आम हो गई हैं। रामगढ़ जिले में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। बता दें कि इससे पहले अंबा प्रसाद के पिता और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने भी गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि राज्य में भ्रष्टाचार और घूसखोरी नीचे से ऊपर तक बढ़ी है। उन्होंने यहां तक कहा कि झारखंड में 22 साल के इतिहास में इतनी बवाल नहीं देखा। योगेंद्र साव ने दावा किया कि अधिकारी कहते हैं कि अगर हमने किसी खास जगह पोस्टिंग के लिए 5 करोड़ रुपये दिए हैं तो हम कमाएंगे।
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