हाईकोर्ट ने शुभेंदु को दी नंदीग्राम में सभा की सशर्त अनुमति

14 मार्च को नंदीग्राम में टीएमसी की भी सभा

153

कोलकाताः नंदीग्राम दिवस (14 मार्च) पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को नंदीग्राम में सभा करने की अनुमति मिल गयी है।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने सोमवार को नंदीग्राम के बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी को नंदीग्राम दिवस पर मंगलवार को सशर्त सभा करने की अनुमति दी है।

हाईकोर्ट ने कहा कि शुभेंदु को एक निश्चित समय के भीतर सभा समाप्त करनी होगी। साथ ही उन्हें कुछ शर्तें माननी होंगी।

बता दें, टीएमसी हर साल 14 मार्च को नंदीग्राम में ‘नरसंहार दिवस’ पर सभा करती है। वर्तमान में नंदीग्राम के बीजेपी विधायक शुभेंदु ने भी पुलिस से शहीद तर्पण का अनुरोध करते हुए वहां एक सभा आयोजित करने की अनुमति मांगी थी।

लेकिन पुलिस ने शुभेंदु को नंदीग्राम में सभा करने अनुमति नहीं दी थी। इसके खिलाफ बीजेपी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उसी मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के न्यायाधीश राजशेखर मंथा ने सोमवार को सशर्त शुभेंदु अधिकारी को सभा करने की अनुमति दे दी।

हाईकोर्ट ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी को मंगलवार की सुबह 8 से 10 बजे के बीच सभा करनी होगी। परिसर को सुबह 10.30 बजे तक खाली कर देना होगा। सभा शांतिपूर्वक होगी। सार्वजनिक जीवन को बाधा पैदा नहीं होगी।

राज्य ने कहा कि एक अन्य राजनीतिक पार्टी को सुबह सभा करने की अनुमति दी गई है। यदि एक ही समय में 2 राजनीतिक पार्टियों को सभा के लिए अनुमति दी जाती है तो कानून और व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

टीएमसी सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच रैली निकाल सकेगी। न्यायाधीश राजशेखर मंथा ने आदेश दिया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह उनकी और नंदीग्राम के शहीदों परिवारों की नैतिक जीत है।

पुलिस और ममता बनर्जी सरकार विपक्षी पार्टियों की आवाज दबाने की कोशिश करती है। उनके प्रजातांत्रिक अधिकारी छीनने की कोशिश होती है, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद वे लोग अब नंदीग्राम में जुलूस निकाल पाएंगे।

इसे भी पढ़ेंः शुक्रवार को ममता करेंगीं शीर्ष नेताओं के साथ अहम बैठक

उल्लेखनीय है कि 14 मार्च 2007 को नंदीग्राम में पुलिस पर फायरिंग के आरोप लगे थे। साल 2008 से इस दिन को भूमि उन्मूलन निवारण समिति द्वारा नंदीग्राम दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसका नेतृत्व टीएमसी कर रही है।

तत्कालीन टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी राज्य की राजनीति में नंदीग्राम आंदोलन के चेहरे के रूप में उभरे थे। हालांकि अब वह बीजेपी में हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में सीएम ममता बनर्जी इसी नंदीग्राम में हार गई थीं। वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी बन गए हैं।

इसके बाद से नंदीग्राम में टीएमसी और शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व वाले बीजेपी खेमे के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है। पिछले साल 14 मार्च को दोनों पार्टियों के कार्यक्रमों को लेकर नंदीग्राम गरमा गया था।