गिरिडीह : गिरिडीह जिले में एक माह में औसतन 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब लाइसेंसी दुकानों से बिक जाती है. अगर इसमें अवैध शराब की बिक्री जोड़ दी जाए तो इसमें 7 से 10 करोड़ रुपए और बढ़ जाएंगे. इस संबंध में सूत्रों से जानकारी मिली है कि गिरिडीह जिले में 100 लाइसेंसी शराब दुकान संचालित हैं. 34 विदेशी, 08 देशी और 58 मिश्रित शराब दुकान हैं. 13 प्रखंडों में संचालित इन दुकानों में फिलहाल 1311 स्टाफ कार्यरत हैं। हर रोज इन लाइसेंसी दुकानों से अमूमन 60 से 75 लाख की शराब बिक रही है. यह सामान्य दिनों की बात है. लगन और कुछ पर्व त्योहारों में तो शराब की बिक्री और बढ़ चढ़ कर होती है. इतना ही नहीं सूत्र बताते है की इसके अलावा जिले में अवैध ढंग से भी बड़े स्तर पर शराब की बिक्री हो रही है. लोकल स्तर पर भी देशी और विदेशी शराब तैयार कर बेची जा रही है. अगर अवैध शराब के कारोबार की राशि को जोड़ दिया जाए तो औसतन लाइसेंसी और गैर लाइसेंसी दुकानों से प्रतिदिन औसतन 1 करोड़ रुपए की शराब गिरिडीह के लोग गटक रहे हैं. सबसे ज्यादा शराब की बिक्री गिरिडीह और बगोदर की लाइसेंसी दुकानों में होती है. यही नहीं, जानकार सूत्रों ने बताया कि गिरिडीह जिला से होकर हर रोज बड़ी मात्रा में बिहार में शराब खपाई जा रही है. इसमें ज्यादातर शराब अवैध ढंग से मंगाई या बनाई गई होती है. बिहार से सटे गिरिडीह जिले के थाना क्षेत्रों से यह कारोबार लंबे समय से चोरी छिपे चल रहा है. कई बार छापामारी में या सड़क दुर्घटना होने के बाद पुलिस ने इसका खुलासा भी किया है.
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