श्री सम्मेद शिखरजी को तीर्थ स्थल घोषित करे राज्य सरकार : सांसद

जैन समाज के पक्ष में उतरे संजय सेठ

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रांची : सांसद संजय सेठ ने जैन समाज की जन भावनाओं का समर्थन किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पारसनाथ को पर्यटन स्थल नहीं, तीर्थ स्थल ही रहने देने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि पारसनाथ जैन समुदाय के करोड़ों लोगों के आस्था का केंद्र रहा है। यहां दर्जनों जैन मुनियों तीर्थकरों ने तपस्या की और मोक्ष की प्राप्ति की है। श्री सम्मेद शिखरजी की पवित्रता को बनाए रखने के लिए झारखंड सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए।

राज्य सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद से ही जेन समाज में रोष है। पूरे देश भर के जैन समाज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

श्री सेठ ने कहा कि पारसनाथ मंदिर सहित जैन समाज की पूजा विधि बहुत ही स्वच्छ और पवित्रता पूर्ण तरीके से होती है। इनकी पूजा पद्धति को ध्यान में रखते हुए पर्यटन स्थल की घोषणा कहीं से भी उचित नहीं है।

पर्यटन स्थल घोषित होने से यहां की पवित्रता एवं मंदिर की व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। राज्य सरकार जैन समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सम्मेद शिखरजी को धार्मिक स्थल ही रहने दे।

मारवाड़ी सम्मेलन ने भी की आवाज बुलंद
झारखंड प्रांतीय सम्मेलन ने भी मधुबन स्थित श्री सम्मेद शिखरजी की धार्मिक की गरिमा कायम रखने का अनुरोध किया है।

प्रांतीय अध्यक्ष बसंत मित्तल ने राज्य सरकार से इसपर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। कहा है कि मधुबन को पर्यटन स्थल घोषित करने से दुनिया भर में जैन समाज आहत हैं।

 

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