नीतीश कुमार के जनता दरबार में लगा फरियादियों का तांता
नीतीश कुमार ने पास में खड़े अधिकारी से कहा कि डीजीपी को फोन लगाओ।
पटना: बिहार के सुशासन बाबू व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार लगाया। इसमें कई जिलों से आए लोगों ने अपनी-अपनी समस्या नीतीश कुमार को बताई। दरअसल यह सभा मुख्यमंत्री आम जनता के लिए लगाते हैं ताकि लोग अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा सके। वहीं जनता दरबार में पहुंचे एक व्यक्ति ने जमीन विवाद के मामले में अपनी समस्या बताई। उसने कहा कि एक उमेश प्रसाद नाम का व्यक्ति है। उसके साथ चार-पांच लोग और भी हैं। जमीन को लेकर हुए विवाद में वो लोग आए गाली गलौज करने लगते हैं। दारू पीकर आते हैं और परेशान करते हैं। यही नहीं उन पर पिस्तौल भी तान दिया और कहा कि बम से उड़ा देंगे। जान से मार देंगे।
इस दौरान सीएम से शख्स ने कहा कि जमीन उसकी है। इस पर नीतीश कुमार ने पूछा कि केस किए हैं? जवाब में शिकायतकर्ता ने बताया कि थाने में वह गया था लेकिन केस नहीं लिया गया। उमेश प्रसाद से बौंसी थानेदार ने दस हजार रुपया लिया। गाली गलौज करने के बाद मुझे भगा दिया। पीड़ित व्यक्ति ने आगे कहा कि जमीन को लेकर विवाद करने वाले लोग खिड़की से सटाकर दीवार भी दे रहे हैं। खिड़की से रोशनी आती है।
बांका से शिकायत लेकर आए शख्स की बात सुनने के बाद नीतीश कुमार ने पास में खड़े अधिकारी से कहा कि डीजीपी को फोन लगाओ। इसके बाद सीएम ने कहा कि जरा देख लीजिए बांका से एक व्यक्ति आया है चंद्रनारायण. केस के लिए थाने गया था। थानेदार केस नहीं ले रहा है। बता रहा है कि जिसने गड़बड़ किया उसी से पैसा ले लिया और इसको भगा दिया। इसका केस नहीं लिया। यह कह रहा है कि इसकी पैतृक जमीन को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा गलत तरीके से बेच दिया गया है। जरा देख लीजिए। इसकी पूरी बात सुन लीजिए और एक्शन लीजिए जरा।
काबिलेगौर है कि सीएम आज अपने जनता दरबार कार्यक्रम में आज जिन विभागों की शिकायत सुनेंगे उनमें से ज्यादातर उनके खुद के विभाग हैं। आज नीतीश कुमार कारा विभाग, निगरानी और सामान्य प्रशासन विभाग के अलावा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग से संबंधित शिकायतों को सुनेंगे।