सोशल मीडिया के जरिए बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन से की मांग, कहा IAS छवि रंजन को जेल भेजे

पूर्व सीएम और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन से जमीन लूट में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजने की मांग की है।

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रांची: पूर्व सीएम और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन से जमीन लूट में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजने की मांग की है। सोशल मीडिया के माध्यम से कहा गया है कि झारखंड में अब जो हो रहा है उसे डकैती की श्रेणी में गिना जाना चाहिए न कि लूट की श्रेणी में, मातृभूमि की रक्षा में लगी सेना को भी जमीन बेचने वाली आरोपित पूर्व डीसी छवि रंजन के नेतृत्व में सत्ता-संरक्षित गिरोह सरकारी जमीन भी बेचने की फिराक में थे। इस पूरी डकैती की मास्टरमाइंड रहे इस आईएएस छवि रंजन की “हिम्मत” जिसने सरकार के बेशकीमती पेड़ तक को बेच डाला। हैरानी की बात यह है कि यह अधिकारी फिल्मी तर्ज पर ईडी के सवाल-जवाब की रिहर्सल पहले ही कर चुका था और तैयार बैठा था जैसे उसे पता चल रहा हो कि आगे क्या होने वाला है, कैसे बचना है।

 

ऐसे अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें

बाबूलाल ने सीएम हेमंत सोरेन से कहा है कि अगर उनमें थोड़ी सी भी शर्म बची है तो ऐसे अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, जिसने सेना की जमीन का गबन कर देश के साथ विश्वासघात किया है और आपकी नाक कटवा दी है, उसे जेल भेजिए, नौकरी से बर्खास्तगी का प्रस्ताव केंद्र को भिजवाएं। बाबूलाल के मुताबिक प्रदेश भाजपा की लड़ाई इस सत्ता-संरक्षित डकैती के खिलाफ है। जब झारखंड सचिवालय का घेराव कर इसका पुरजोर विरोध किया गया तो सरकार के इशारे पर केस-कानूनों के जरिए भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने का प्रयास किया जा रहा है। इस लुटेरी सरकार को इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए। उनके एक-एक पाप का हिसाब लिया जाएगा। जल्द ही होटवार जेल ऐसे सभी लोगों का नया पता होगा।

 

सोशल मीडिया के जरिए सवाल उठा रहे बाबूलाल मरांडी

बाबूलाल मरांडी लगातार सोशल मीडिया के जरिए छवि रंजन और अन्य की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। 14 अप्रैल को भी उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर याद दिलाया कि खबर आ रही है कि रांची जमीन घोटाले (जिसके बारे में हम आपको पिछले एक साल से बता रहे हैं) में ईडी ने छापेमारी कर छह भू-माफियाओं को गिरफ्तार किया है। एक प्रमुख कलाकार आयुक्त की रिपोर्ट पर अब भी डीसी छवि रंजन कार्रवाई के लिए कार्रवाई करेंगे और उन्हें जेल भेजेंगे या वे खुद छवि के साथ इन मामलों में उलझेंगे और खुद जेल जाएंगे। उनके आने तक इंतजार करेंगे। इसी तरह एक पोस्ट के माध्यम से कहा गया कि झारखंड में दुर्गंध पैदा करने वाले कुछ आईएएस/आईपीएस अधिकारियों की वजह से झारखंड की देश और विदेश में बदनामी हो रही है। भेजकर नौकरी से निकाल दिया, तब तक सुधार की कोई उम्मीद नहीं है, ऐसा वह शुरू से कहता आ रहा है।