नई दिल्ली/रांची : तिहाड़ जेल के भीतर एक बार फिर से गैंगवॉर की खबर सामने आई है. गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हत्या हो गई है. बता दे कि टिल्लू पर जेल में बंद बदमाश योगेश टुंडा ने लोहे की रॉड से बने सुए से हमला किया. टिल्लू को इलाज के लिए पश्चिमी दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे को मृत घोषित कर दिया. टिल्लू रोहिणी कोर्ट में हुई फायरिंग मामले में मुख्य साजिशकर्ता था. बता दे कि रोहिणी कोर्ट शूटआउट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी मारा गया था.
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कौन था टिल्लू ताजपुरिया ?
सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया दिल्ली में अलीपुर के पास ताजपुर गांव का रहने वाला था. यह कुख्यात गैंगस्टर दिल्ली और हरियाणा से अपना गिरोह चलाता था. टिल्लू ने दिल्ली की मंडोली जेल में बैठकर गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या करवा दी. उसने अपने शूटर को रोहिणी कोर्ट में भेजकर यह मर्डर करवाया था. हालांकि पुलिस ने दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि टिल्लू ने पवन की हत्या का बदला लेने के लिए ही गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या करवाई थी. 33 वर्षीय टिल्लू ताजपुरिया तिहाड़ जेल की हाई रिस्क वॉर्ड में ग्राउंड फ्लोर पर बंद था. टिल्लू पर सुबह करीब 6.15 मिनट पर जेल में ही बंद 4 बदमाशों दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेंद्र और रियाज खान ने सुए से हमला कर दिया. इन लोगों ने लोहे की रॉड से सुआ बनाया था. घायल अवस्था में टिल्लू को अस्पताल ले जाया गया. इससे पहले भी जेल में ही प्रिंस तेवतिया नाम के बदमाश की हत्या की गई थी.
जितेंद्र गोगी और टिल्लू ताजपुरिया जिगरी दोस्त हुआ करते थे
टिल्लू ताजपुरिया की गैंगस्टर जितेंद्र गोगी से भी अदावत थी. कभी जितेंद्र गोगी और टिल्लू ताजपुरिया जिगरी दोस्त हुआ करते थे. दोनों दिल्ली के श्रद्धानंद कॉलेज में साथ पढ़ते थे. साल 2013 में कॉलेज में छात्र संघ चुनाव से दोनों की बीच दुश्मनी की शुरुआत हुई. दोनों के बीच दोस्ती में जब दरार आ गई तो दोनों ने अलग-अलग मिलकर वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया. टिल्लू आगे चलकर नीरज बवानिया सिंडिकेट का हिस्सा हो गया. साल 2018 में बुराड़ी इलाके में टिल्लू गैंग ने एक गैंगवॉर के अंजाम दिया था. इसमें तीन लोगों की मौत हुई थी जबकि 5 लोग घायल हुए थे. इसमें जितेंद्र गोगी का नाम सामने आया था. दिल्ली में कुख्यात गैंगस्टर नीतू दाबोदिया की साल 2013 में एनकाउंटर में मौत हो गई थी. इसके बाद दिल्ली का डॉन कहलाने वाला नीरज बवानिया भी जेल चला गया. इसके बाद से टिल्लू और गोगी के बीच वर्चस्व की जंग तेज हो गई थी. जितेंद्र गोगी की मौत के बाद टिल्लू का दबदबा बढ़ गया था. टिल्लू को पुलिस ने साल 2016 में अरेस्ट किया गया था. इसके बाद से वह तिहाड़ से ही अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा था। इस बीच खबर थी कि टिल्लू को तिहाड़ में मारने की साजिश पहले भी असफल हो गई थी. लॉरेन्स बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया गैंग मिलकर टिल्लू की हत्या की फिराक में थे.