टीएमसी समर्थित सरकारी कर्मचारी संगठन ने की डीए विरोधी सभा
राज्य के मंत्रियों ने केंद्र पर साधा निशाना
कोलकाताः बकाया डीए की मांग पर सीएम ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। वहीं अब सत्तारूढ़ टीएमसी समर्थित कर्मचारी संगठन ने डीए विरोधी सभा की।
पश्चिम बंगाल तृणमूल सरकारी कर्मचारी महासंघ की ओर से शनिवार को दक्षिण कोलकाता के हाजरा में डीए विरोधी सभा की गयी। जिसमें पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उपस्थित होकर सरकारी कर्मचारियों के डीए की मांर पर आंदोलन के खिलाफ आवाज बुलंद की।
सभा में उपस्थित टीएमसी नेतृत्व ने विपक्षी सरकारी कर्मचारी संगठनों पर कभी नाम लिए तो कभी बिना नाम लिए हमला बोला।
उत्तर कोलकाता से सांसद सुदीप बनर्जी, दक्षिण कोलकाता से सांसद माला रॉय, राज्यसभा सांसद और टीएमसी प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी, ऊर्जा मंत्री अरूप विश्वास, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु, दक्षिण कोलकाता जिला टीएमसी अध्यक्ष व विधायक देवाशीष कुमार, मेयर परिषद वैश्वानर चट्टोपाध्याय ने सभा को संबोधित किया ।सभा की अध्यक्षता राज्य के पर्यावरण मंत्री मानस भुइयां ने की।
सभा से मंत्री अरूप ने कहा, हम इस सभा को देखकर कहना चाहते हैं कि यह समन्वय महासंघ की ताकत है। इस सभा में फेडरेशन ने समन्वय समिति को अवगत कराया है कि सरकारी कर्मचारी अब भी सीएम ममता बनर्जी के साथ हैं।
मंत्री ब्रात्य ने आश्वासन दिया, आपको डीए मिलने में अभी कुछ समय की बात है लेकिन सोचिए आप गरीब लोगों की थोड़ी मदद कर रहे हैं।
वामपंथी सदाचार और पाप-पूण्य में विश्वास नहीं करते। आप नहीं मानते, हम मानते हैं। मुख्यमंत्री विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीब लोगों की मदद कर रही हैं।
शहरी विकास मंत्री फिरहाद ने कहा, अगर बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में हार जाती है तो राज्य को उसका हक मिल जाएगा।
उसके बाद आपके डीए में कोई दिक्कत नहीं होगी। समस्या यह है कि यह केंद्र सरकार राज्य सरकार के उचित बकाया को रोक रही है।
सभा में उपस्थित अन्य मंत्रियों ने भी बकाया डीए के लिए केंद्र सरकार पर बंगाल को वंचित करने को लेकर निशाना साधा।
ज्ञात हो कि पिछले कुछ महीनों से विभिन्न सरकारी कर्मचारी संघ राज्य सरकार के खिलाफ डीए की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 6 मई को हाजरा मोड़ पर आयोजित संग्रामी संयुक्त मंच की सभा से नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के पक्ष में आवाज उठायी।
दोनों नेताओं ने डीए की मांग पर सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन को सही ठहराते हुए ममता सरकार पर हमला बोला। साथ ही टीएमसी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के घर के सामने सड़क पर संग्रामी संयुक्त मोर्चा ने रैली निकाली थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शांति बनाए रखने सहित कुछ शर्तों पर हरीश मुखर्जी रोड पर रैली निकालने की अनुमति दी थी।
इसके बाद तृणमूल सरकारी कर्मचारी महासंघ ने जवाबी सभा करने की रणनीति बनाई। जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ ही राज्य के मंत्रियों को भी सभा में बुलाया जायेगा।
प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत ने मंत्री मानस और फेडरेशन नेतृत्व को आने वाले दिनों में ब्रिगेड मैदान में रैली आयोजित करने का निर्देश दिया। मानस ने सभा में बताया कि वे अगले कुछ महीनों में नेताजी इंडोर स्टेडियम में एक बड़ी सभा का आयोजन किया जायेगा।