दिल्ली सफर से पहले हिरासत में अणुव्रत से सरेआम टीएमसी नेताओं की करवाई मुलाकात
पुलिस ने उड़ाई कानून की धज्जियां
कोलकाता : बंगाल पुलिस ने अब सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाई है। आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने अपनी हिरासत में मौजूद बीरभूम जिले के बाहुबली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अणुव्रत मंडल के दिल्ली सफर से पहले शक्तिगढ़ में टीएमसी नेताओं से सरेआम मुलाकात करवाई है जो कानून के बिल्कुल विपरीत है।
उल्लेखनीय है कि अणुव्रत मंडल मवेशी तस्करी मामले में अभियुक्त है।
दरअसल कोर्ट के आदेश अनुसार आसनसोल सेंट्रल जेल में बंद अणुव्रत मंडल को मंगलवार सुबह के समय आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट की टीम लेकर कोलकाता के लिए रवाना हुई थी।
बीच रास्ते में एक होटल पर पुलिस का काफिला रुका। पुलिस की गाड़ी से अणुव्रत मंडल निकले और होटल में घुस गए। वहां टेबल पर पहले से बैठे तीन लोगों के साथ वह भी जा बैठे। उसके बाद सभी ने मिलकर कचौड़ी छोला लेंग्चा और मिठाई खाई।अणुव्रत मंडल में अपनी थाली से कचौड़ी निकालकर अपने साथ बैठे हरे पंजाबी पहले हुए एक शख्स की थाली में डाली।
अणुव्रत के सामने सफेद टीशर्ट में एक और युवक बैठा हुआ था और बगल में काली टीशर्ट में तीसरा शख्स बैठा हुआ था। तीनों के बीच करीब आधे घंटे तक बात हुई जिसके बाद अणुव्रत को लेकर पुलिस वापस कोलकाता के लिए रवाना हो गई। शुरुआत में तो पता नहीं चल रहा था कि मिलने वाले कौन थे
आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट की ओर से मीडिया को गुमराह करने के लिए बताया गया कि जो लोग बैठे थे वे आसनसोल जेल प्रबंधन के लोग थे लेकिन बाद में पता चला कि वे टीएमसी कांग्रेस के नेता थे।
हरी पंजाबी में अणुव्रत के साथ बैठा हुआ शख्स का नाम कृपामय घोष है जो तृणमूल छात्र परिषद का नेता है। इसके अलावा सफेद टी-शर्ट में जो शख्स मंडल के सामने बैठ कर बात कर रहा था वह उनकी बेटी सुकन्या मंडल का ड्राइवर तूफान मिदा है। तीसरे शख्स की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।
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बता दें, एक दिन पहले आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट ने यह कहते हुए अणुव्रत को कोलकाता ले जाना से इनकार कर दिया था कि वह अति महत्वपूर्ण शख्स हैं और उनकी सुरक्षा के संबंध में कोर्ट ने ठोस दिशा निर्देश नहीं दिए हैं।
इसके बाद जब मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट की टीम लेकर रवाना हुई तो बीच रास्ते आरोपित से तृणमूल नेताओं की मुलाकात करवाना आसनसोल पुलिस कमिश्नरेट की टीम पर सवाल खड़ा करने वाला है।
खास बात यह है कि सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी दूर बैठे थे और मंडल अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ आराम से बैठकर गपशप कर रहे थे। इसे लेकर आसनसोल पुलिस। कमिश्नरेट की टीम से लगातार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन किसी ने भी इस पर जवाब देना मुनासिब नहीं समझा है।