अडानी मुद्दे पर टीएमसी के सांसदों का विरोध प्रदर्शनन
टीएमसी अडानी के मुद्दे पर विपक्ष के प्रदर्शन में शामिल नहीं हुई।
नयी दिल्ली/कोलकाताः अडानी के मुद्दे पर पूरा विपक्ष एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन टीएमसी ने सोमवार को अडानी मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक में एक बार फिर नदारद रही। टीएमसी सांसद केवल गांधी प्रतिमा के सामने धरने में शामिल हुए।
मंगलवार को भी टीएमसी अडानी के मुद्दे पर विपक्ष के प्रदर्शन में शामिल नहीं हुई। टीएमसी के सांसदों ने एलआईसी मुख्यालय के सामने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया।
विपक्ष ने पिछले साल जुलाई में उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ के खिलाफ मारग्रेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन, तृणमूल ने उस चुनाव में मतदान से परहेज करने का फैसला किया था।
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भाजपा विरोधी दलों ने दावा किया कि यह वास्तव में और कुछ नहीं बल्कि एनडीए उम्मीदवार के जीतने का रास्ता आसान कर रहा है। इससे पहले तृणमूल ने पिछले साल दिसंबर में चीन मुद्दे पर संसद में 12 विपक्षी दलों के धरने में हिस्सा नहीं लिया था।
जुलाई में कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस का विरोध तृणमूल में भी नहीं देखा गया था। अगस्त 2021 में राहुल गांधी ने बीजेपी के विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी।
तृणमूल ने वहां भी हिस्सा नहीं लिया था। दिल्ली में कृषि बिल विरोधी आंदोलन के दौरान, जब राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष आंदोलनकारी किसानों को समर्थन देने के लिए बस से गया था, तो पार्टी में तृणमूल का कोई प्रतिनिधि नहीं था।