बाढ़ से असम में त्राहिमाम , ब्रह्मपुत्र बेकाबू

123

उत्तर पूर्व राज्य असम एक बार फिर बाढ़ की चपेट में है। अब तक करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी है। कई नदियां उफान पर हैं जोरहाट स्थित नेमाटीघाट में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कामरूप और नलबाड़ी जिलों में पुथिमारी और पगलादिया नदियों का जल स्तर लाल निशान से ऊपर है। बताया जा रहा है कल शाम तक ब्रह्मपुत्र का जलस्तर आज सुबह की तुलना में 15-30 सेमी बढ़ने की संभावना है।

मौसम विभाग ने कई इलाके में येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच लोगों को घरों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है। विभाग ने भारी बारिश और तूफान के खतरों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। बताया जा रहा है कि बाढ़ से अबतक 16 जिलों में करीब 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक दो लोगों की मौत भी हो गई है।

बता दें कि बजाली क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां करीब 3 लाख लोग बाढ़ की चपेट में आए हैं। इनके अलावा नलबाड़ी और बारपेटा जिले में भी लोग बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। नलबाड़ी में लगभग 80,000 और बारपेटा में 73,000 लोग प्रभावित हैं। इसी बीच लोगों की सुरक्षा के लिहाज से 140 राहत शिविर केंद्र स्थापित किए गए हैं जहां 35,000 लोगों ने शरण ले रखी है। बाढ़ के प्रभाव के देखते हुए 75 शिविर केंद्र और बनाए जा रहे हैं।

मौसम विभाग की चेतावनियों के बीच नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी, स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी, नागरिक सुरक्षा कर्मियों समेत ग्रमीण लोग भी राहत बचाव कार्य में प्रशासन की मदद कर रहे हैं। पिछले 24 घंटे में पता चला है कि कोकराझार और बिस्वनाथ, दरांग जिलों में कई बांध टूट गए हैं, जिससे आसपास के गांवों में खतरा बढ़ गया है। बारपेटा, कछार, बजाली, बक्सा, धुबरी, गोलपारा, करीमगंज, नलबाड़ी और आसपास के जिलों में सड़कें, पुल और बुनियादी ढांचे बाढ़ की भेंट चढ़ गई.

प्रशासन ने बताया कि धुबरी, कोकराझार, डिब्रूगढ़, शिवसागर, सोनितपुर, दक्षिण सालमारा, उदलगुरी और तामुलपुर, बक्सा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग जिलों में कटाव की जानकारी सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई हिस्सों में इस बीच लैंडस्लाइड की घटना हो सकती है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने कहा गया है।