ट्रेलर ने तीन साल की बच्ची को कुचला
ट्रेलर ने तीन साल की बच्ची को कुचला, बच्ची की घटना स्थल पर ही मौत,बच्ची को बचाने के क्रम में मां हुई घायल , उत्तेजित भीड़ ने घड़ी को फूंका,चार घंटा तक रोड किया जाम
चाईबासा : एन एच 75 ई मुख्य मार्ग पर जैंतगढ़ के बेहरा साही टोला के पास एक ट्रेलर ने तीन साल की मासूम बच्ची को कुचल डाला। बच्ची की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। बच्ची को बचाने के क्रम मां भी बुरी तरह घायल हो गई। उसका दाहिना। हाथ टूट गाया है। दर्द से वह बेहोश हो गई। उसे इलाज के लिए चंपुआ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना गुरुवार पूर्वाह्न 11 बजे की है। जानकारी के अनुसार बेहरा साही टोला निवासी जीतू बेहरा के तीन साल की बच्ची अपनी मां के साथ चंपुआ जा रही थी। 11 बजाते ही नो इंट्री खुलने से मां बच्ची को सड़क से नीचे उतर कर चल रही थी। तभी एक ट्रेलर संख्या एन एल 01जी 8703 ने बच्ची को अपने चपेट में ले लिया। बच्ची के ऊपर ट्रेलर का चक्का चढ़ गया। जिससे बच्ची का सिर सहित पूरा शहरी बुरी तरह कुचल गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। उसकी मां ने बच्ची को बचाने का पूरा प्रयास किया। चक्के के नीचे से बच्ची को बचाने के क्रम में चक्का में फांस कर उसकी भी हाथ टूट गई। काफी खून बहने से वह बेहोश हो गई। घटना के बाद ट्रेलर का ड्राइवर और हेल्फर फरार हो गया।
समझने बुझाने के बाद तीन बजे मामला शांत हुआ
घटना के बाद उत्तेजित ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर दिया तथा ट्रेलर में आग लगा दी गई। एस पास खड़ी चार पांच ट्रेक के शीशे भी तोड़ दिए गए। भीड़ इतनी उत्तेजित थी की किसी को फोटो या वीडियो भी नही बनाने दिया जा रहा था। जैंतगढ़ आउट पोस्ट के पुलिस भी मूक दर्शक बनी रही। सूचना पा कर चार पुलिस थाने जगन्नाथपुर थाना, नोवामुन्डी थाना, जोटिया थाना तथा चंपुआ थाना के अधिकारी सहित जगन्नाथपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन प्रसाद, अंचल अधिकारी जगन्नाथपुर, डी एस पी इकुड़ डुंगडुंग चंपुआ डी एस पी सभी दल बल के साथ घटना स्थल पहुंच कर स्थिति को काबू में किया। काफी समझने बुझाने के बाद तीन बजे मामला शांत हुआ। मामला शांत होने के बाद शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेजा गया।
नो इंट्री को ले कर चार घंटे तक रास्ता रहा जाम
उत्तेजित लोगों ने नो इंट्री के समय में परिवर्तन करने की मांग को ले कर चार घंटे तक रास्ता जाम रखा। लोगों की मांग थी की नो इंट्री सुबह 6 बजे से रात 9 एक तक लगाया जाय। सुबह 6.30 बजे से स्कूल चल रही है। बच्चे 6 बजे से ही स्कूल जाना शुरू कर देते हैं। नो इंट्री नही रहने से भारी वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं। सड़क के दोनो ओर से भारी वाहनों का आवागमन जारी रहने से भारी परेशानी होती है। रफ्तार की वजह से दुर्घटनाएं भी हो रही है। नो इंट्री खुलते ही भारी वाहनों के कब्जे में आ जाती है मुख्य मार्ग। इसलिए सुबह6 बजे से रात 9 बजे तक नो इंट्री की मांग कि गई। आश्वाशन के बाद जाम हटाया गया। मुवावजा के संबंध में का गया की इसका फैसला कोर्ट में ही होगा। पुलिस एफ आई आर करेगी। कोर्ट विचार करने के बाद मुववजा की रकम तय करेगी। उसके बाद मुवावजे की राशि पीड़ित परियावर को दिया जाएगा। डी एस पी श्री डुंगडुंग ने कहा की शव को पोस्टमार्टम के बदपरिजनो को सौंप दिया जाएगा। वहां कोपुइस कब्जे में ले लिया है। अगेविधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।