POK में किसी भी सुबह लहरा सकता है तिरंगा: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
पीओके से पहले एक सेब तो लेकर आएं : अधीर रंजन चौधरी
कोलकाता: पिछले कुछ दशकों से जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है। क्या भारत 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर कब्जा कर लेगा? क्या पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर फिर से भारत में शामिल होगा? संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण से अटकलें तेज हो गई। इस बीच, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने एक बांग्ला चैनल को दिए इंटरव्यू में पीओके को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किसी भी दिन तिरंगा लहरा सकता है।
अमित शाह के बयान को लेकर निसिथ प्रमाणिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे सख्त निर्णय लेने वाले हों तो कोई भी फैसला लिया जा सकता है। अगर कश्मीर से अनुच्छेद 370 को उखाड़ फेंका जा सकता है और तिरंगा झंडा लाल चौक में लहराया जा सकता है तो फिर एक दिन आप सुबह उठकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय झंडे को लहराते हुए देख सकते हैं। कोई आश्चर्य नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि देश का नेतृत्व दो मजबूत लोग कर रहे हैं, जो देश के सम्मान और हित के लिए जरूरी काम कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत का हिस्सा मानती है।
‘पीएम मोदी और अमित शाह जो कहते हैं वो करते जरूर हैं’
क्या लोकसभा चुनाव से पहले पीओके भारत में शामिल होगा के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा कि वो मैं नहीं कह सकता। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री काम करने से पहले कुछ नहीं बोलते हैं। अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के 2 दिन पहले तक इसकी जानकारी नहीं थी। देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए वे कुछ भी करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पीओके पर अभी भी पाकिस्तान का कब्जा है, लेकिन यह भारत का हिस्सा है। हम इस पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं। कश्मीर में सीट बंटवारे के मामले में हमने पीओके से सीटें रखी हैं और उम्मीदवारों को नामांकित किया है। मैं कहना चाहूंगा कि पीएम और गृह मंत्री जो कहते हैं, वो लागू करते हैं।
संसद में अमित शाह ने दिया था बयान
दरअसल, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना मोदी सरकार के सबसे मजबूत फैसलों में से एक माना जाता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस अनुच्छेद के खत्म होने के बाद कश्मीर मुद्दे पर इस्लामाबाद को सीधा मैसेज गया है कि भारत पीओके को लेकर अपनी आगे रणनीति बनाएगा। अभी हाल ही में अमित शाह ने संसद में जम्मू-कश्मीर की सीटों को लेकर बात की थी। इसी दौरान उन्होंने कहा था कि पीओके के लिए विधानसभा की 24 सीटें रिजर्व रखी गई हैं। इस बयान के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या मोदी सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को जल्द हासिल करेगी?
पीओके से पहले एक सेब तो लेकर आएं : अधीर रंजन चौधरी
नई दिल्लीः पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को लेकर इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में संसद में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लिए सीटें आरक्षित करने की बात कही थी। वहीं, एक इंटरव्यू में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा कि पीओके में किसी भी दिन भारत का तिरंगा लहराएगा। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि मोदी-शाह इस काम को संभव बना सकते हैं। चुनाव से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर दोबारा कब्जा करने की बात पर कांग्रेस ने तंज कसा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री के दावे पर कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने तंज कसा है। कांग्रेस सांसद अधीर चौधरी ने कहा, ‘पाक-चीन गलियारा पीओके से होकर 3000 किलोमीटर का है।’
उन्होंने कहा, हम 2019 में पीओके पर कब्जा कर लेंगे. जिस दिन कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया, उस दिन अमित शाह ने संसद में लंबा भाषण दिया. मैं पीओके पर कब्जा कर लूंगा, मैं अक्साई चिन पर कब्जा कर लूंगा. लेकिन चीन अब लद्दाख पर कब्जा कर रहा है. और सभी भाषणों से चुनाव से पहले बाजार गर्म करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से एक सेब तो लाने दीजिए, फिर उस पर कब्जा करने की बात करें।
ध्यान भटकाने के लिए हो रही बयानबाजी: शशि पांजा
इस संबंध में तृणमूल विधायक और राज्य मंत्री शशि पांजा ने कहा, ”देश की संसद की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा है. मैं पहले गृह मंत्री और प्रधानमंत्री का बयान सुनना चाहती हूं. वे इससे बच रहे हैं. मुख्य विषय से ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह के मुद्दे उठाए जाते हैं. बीजेपी उस ध्यान को भटकाने का काम कर रही है.”
कश्मीर के उस हिस्से को पाकिस्तान से आजाद कराने के लिए सेना के अभियान से जुड़े सेवानिवृत्त कर्नल बाबुल चंद ने कहा, “मैं 10 साल पहले की बात कर रहा हूं. मैंने उस क्षेत्र में काम किया है. जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का एक व्यक्ति अपने रिश्तेदार के घर जाता तो उसे अच्छी तरह से खाना भी नहीं मिलता था. इससे पता चलता है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कितना उपेक्षित है. पाकिस्तान उस क्षेत्र को कोई महत्व नहीं देता है. इसलिए वहां के लोगों को पता है कि अगर उन्हें भारत में शामिल किया गया तो उन्हें क्या फायदा होगा. हमारी सेना के पास भी योजना है कि उस क्षेत्र को कैसे वापस लाया जाए.”