लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता पर यह सुनियोजित हमला

संदेशखली पर तृणमूल राज्यसभा उम्मीदवार सागरिका घोष का भाजपा पर हमला

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कोलकाता, सूत्रकार : तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा उम्मीदवार और पत्रकार सागरिका घोष ने संदेशखाली मुद्दे पर अपना मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने शुक्रवार को अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो पोस्ट कर संदेशखाली मुद्दे पर भ्रामक अभियान के लिए भाजपा की आलोचना की है। उन्होंने ममता सरकार के पक्ष में खड़ी होते हुए महिलाओं के लिए ममता सरकार के कार्यों की याद दिलाई। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के राष्ट्रीय अनुसूची आयोग के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया।

सागरिका घोष ने एक्स हैंडल पर लिखा है कि भाजपा जिस तरह से संदेशखाली घटना का राजनीतिकरण कर तृणमूल सरकार पर निशाना साध रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।

लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पर यह सुनियोजित हमला है। ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसकी विस्तृत जांच होगी। इससे पहले किसी ने भी महिलाओं के लिए ऐसा नहीं किया है जो कि तृणमूल सरकार ने किया।

चाहे प्रोजेक्ट हों या महिलाओं का प्रतिनिधित्व। महिला पहलवानों के विरोध पर बीजेपी की चुप्पी सबने देखी। उत्तर प्रदेश में भाजपा शासनकाल में हुए घृणित अत्याचार सभी ने देखे हैं। कन्याश्री योजना से 83 लाख महिलाओं को फायदा हुआ है।

बीजेपी बंगाल में राष्ट्रपति शासन चाहती है। उद्देश्य स्पष्ट रूप से लोकप्रिय सरकार को उखाड़ फेंकना है। बता दें कि तृणमूल ने सागरिका घोष को राज्यसभा के लिए नामांकित किया।