बीरभूम : तृणमूल ने अणुव्रत के धुर विरोधी पर जताया भरोसा
काजल ने अणुव्रत को बताया अपना 'राजनीतिक गुरु'
बीरभूम: नानूर के तृणमूल नेता काजल शेख को ममता बनर्जी की ओर से बीरभूम में गठित पार्टी की कोर कमेटी में पहले ही जगह मिल चुकी है। इस बार तृणमूल ने उन पर जिला परिषद सीट के लिए भरोसा जताया है। उन्होंने बुधवार को बोलपुर के बीडीओ कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के बाद काजल ने अणुव्रत को अपना ‘राजनीतिक गुरु’ बताया।
उन्होंने कहा, वे मेरे अभिभावक हैं। उन्होंने तृणमूल का संगठन बनाया जो अभी भी बीरभूम जिले में मौजूद है। टीम जिले में काम कर रही है। मैं उस टीम का सदस्य रहा हूं। मैं एक वफादार सिपाही हूं।
उनके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। मैंने नामांकन पत्र भरा है, इसका कारण है कि पार्टी ने मुझपर भरोसा जताया है। मैं पार्टी के लिए अपनी जान भी दे सकता हूं।उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले अणुव्रत ने एक बार कहा था कि विकास सड़क पर खड़ा है। हालांकि विकास सड़क पर नहीं खड़ा है, वह घर-घर जा चुका है।
गौरतलब है कि बीरभूम जिले के तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल इन दिनों गाय तस्करी के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद फिलाहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। हालांकि काजल उम्मीदवार हैं, लेकिन तृणमूल के जिला परिषद के उम्मीदवारों की सूची में नानूर के प्रमुख नेताओं में से एक तृणमूल नेता करीम खान का भी नाम नहीं है। इस इलाके में करीम को अणुव्रत का काफी करीबी बताया जाता है। वे लगातार दो बार जिला परिषद के सदस्य भी रहे हैं। वे बीरभूम जिला परिषद कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके हैं।
बताते चलें, पिछली पंचायत चुनाव के दौरान बीरभूम जिला परिषद में कुल 42 सीटें थीं। इस बार सीटों की संख्या में 10 से 52 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। तृणमूल उम्मीदवारों की सूची में सभी निर्वाचन क्षेत्रों में कई नए चेहरे हैं।