पूर्व मिदनापुर : पूर्व मिदनापुर के खेजुड़ी के हेंदिया इलाके में नरेंद्रनाथ माजी नामक एक तृणमूल कार्यकर्ता को पेड़ से बांध कर और उस पर पेट्रोल छिड़क कर जलाने की कोशिश की गयी है। इस घटना में वह बुरी तरह से झुलस गया है। उसे गंभीर अवस्था में कांथी अस्पताल में भर्ती कराया गया। टीएमसी ने इस घटना का आरोप भाजपा पर लगाया है। वहीं, भाजपा ने अपने पर लगे सारे आरोपों को खारिज करते हुए इसे तृणमूल के गुटीय संघर्ष का कारण बताया है।
पुलिस ने बताया कि उसका नाम नरेंद्रनाथ माजी है। वह खेजुरी-1 ब्लॉक के उत्तरी कलमदान गांव, दक्षिणपल्ली का रहने वाला है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
उसके परिजनों ने शिकायत की थी कि कुछ स्थानीय लोग उसकी जगह पर जबरन कब्जा कर रहे हैं। रविवार को नरेंद्रनाथ और उसके पिता थाने में शिकायत दर्ज कराने जा रहे थे। आरोप है कि उस वक्त नरेंद्रनाथ को सड़क पर घेरकर बुरी तरह पीटा गया था। वह टीएमसी का सक्रिय सदस्य है। आरोप है कि इसके बाद उसे एक पेड़ से बांध दिया गया, उसके शरीर पर पेट्रोल डाला गया और आग लगा दी गयी। इस मामले को लेकर तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्वीट किया कि नरेंद्रनाथ गंभीर रूप से झुलस गया है और अब उसका कांथी के दरुआ अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उस पर 30 से 40 लोगों ने हमला किया।
तृणमूल ने दावा किया है कि जिनके खिलाफ उसने शिकायत की है, वे इलाके के जाने-माने बीजेपी कार्यकर्ता हैं। हालांकि, बीजेपी ने इससे इनकार किया है। बीजेपी का दावा है कि पंचायत पर कब्जा को लेकर तृणमूल के गुटीय संघर्ष के कारण यह घटना हुई।
बीजेपी के कांथी संगठनात्मक जिले के नेता असीम मिश्रा ने कहा कि इस घटना को बीजेपी से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। वहां पंचायत चुनाव में तृणमूल ने भारी मतों से जीत हासिल की। प्रधान बनने के लिए आपस में ही लड़ाई चल रही है। बीजेपी इस घटना की निंदा कर रही है। बीजेपी इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं करती है।